Prabhasakshi Exclusive: Russia-Ukraine War बंद करवाने के Trump के प्रयास क्या होंगे कामयाब? युद्ध क्षेत्र के ताजा समाचार क्या हैं?
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) से जानना चाहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध में ताजा अपडेट क्या है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ताजा रिपोर्टों के अनुसार, दक्षिणी यूक्रेन के शहर ज़ापोरिज़िया पर रूसी मिसाइल हमले में 47 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई है। इसके अलावा इस हमले में दो महीने के बच्चे सहित 16 अन्य घायल हो गए। उन्होंने कहा कि यूक्रेनी वायु सेना ने कहा है कि रूस ने रात भर में यूक्रेन की ओर 99 ड्रोन लॉन्च किए। वायु सेना ने कहा कि कीव के सैनिकों ने 65 ड्रोन नष्ट कर दिए जबकि 30 रडार से गायब हो गए। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के छह क्षेत्रों में ड्रोन के हमले की सूचना मिली। उन्होंने कहा कि इसके अलावा रूस के रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की है कि मॉस्को की सेना ने यूक्रेन के उत्तरपूर्वी खार्किव क्षेत्र के जैपडने गांव पर कब्जा कर लिया है। यह गांव ओस्किल नदी के पश्चिमी तट पर है, जिसने लंबे समय तक क्रेमलिन और कीव की सेनाओं के बीच अग्रिम पंक्ति बनाई थी। उन्होंने कहा कि एक और रिपोर्ट है कि यूक्रेन की उप प्रधान मंत्री यूलिया स्विरिडेंको ने कहा है कि 2022 में यूक्रेन पर रूस के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के बाद से रूस ने कीव की ऊर्जा सुविधाओं पर 1,200 बार हमला किया है, जिसमें बिजली उत्पादन सुविधाओं, वितरण चैनलों और गैस सुविधाओं को लक्षित हमले भी शामिल हैं।ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इसके अलावा, यूक्रेनी राष्ट्रपति लगातार दूसरे देशों से मदद जुटाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जर्मन समाचार एजेंसी डॉयचे प्रेसे एजेंटुर ने बताया है कि 2024 में बर्लिन द्वारा निर्यात के लिए स्वीकृत 13.8 अरब डॉलर मूल्य के हथियारों और सैन्य उपकरणों में से 8.48 अरब डॉलर यूक्रेन के लिए भेजे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि साथ ही यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच में कई अन्य वैश्विक नेताओं से भी मुलाकात की। यह चर्चा कीव के लिए रक्षा और सुरक्षा सहायता, रूस के खिलाफ बढ़ते प्रतिबंधों, रूस द्वारा यूक्रेन से जबरन लिए गए 53 बच्चों की वापसी में मध्यस्थता और स्थायी शांति की संभावना पर केंद्रित थी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, रूस की इंटरफैक्स समाचार एजेंसी ने बताया कि रूसी उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने कहा है कि मॉस्को को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के तहत नए प्रशासन के साथ एक समझौता करने के अवसर की केवल एक छोटी-सी खिड़की दिखती है। उन्होंने कहा कि साथ ही संयुक्त राष्ट्र में रूस के उप राजदूत दिमित्री पोलांस्की ने ट्रम्प की धमकियों का जवाब देते हुए कहा है कि मॉस्को को देखना होगा कि ट्रम्प का "सौदे" से क्या मतलब है। पॉलींस्की ने यह भी कहा कि हालांकि ट्रंप अमेरिका की "दुर्भावनापूर्ण रूस विरोधी" नीति के लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं, लेकिन अब उनके पास इसे ख़त्म करने की शक्ति है।इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi Exclusive: संघर्षविराम के बाद Gaza के क्या हालात हैं? वहां बचे लोगों का भविष्य कैसा होगा?ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि जहां तक ट्रंप की ओर से दी गयी धमकी की बात है तो उन्होंने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन में ‘बेतुके युद्ध’ को समाप्त करने को कहा है। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा है कि रूस यूक्रेन के खिलाफ युद्ध को खत्म करे या फिर अत्यधिक शुल्क और आगामी प्रतिबंधों का सामना करने के लिए तैयार रहे। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में रूस के राष्ट्रपति पुतिन का नाम लिया और कहा कि उनके एवं पुतिन के बीच हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं, लेकिन अब इस ‘‘बेतुके युद्ध’’ को खत्म करने का समय आ गया है।’’ उन्होंने कहा कि ट्रंप ने कहा कि वह रूस के खिलाफ कुछ कड़े कदम उठाने पर विचार कर रहे हैं और चाहते हैं कि युद्ध में और लोगों की जान नहीं जाए। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने कहा है कि मैं रूसी लोगों से प्यार करता हूं तथा राष्ट्रपति पुतिन के साथ मेरे हमेशा बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि रूस ने हमें द्वितीय विश्व युद्ध जीतने में मदद की, इस प्रक्रिया में लगभग 60,000,000 लोगों की जान चली गई। उन्होंने कहा कि साथ ही ट्रंप ने यह भी चेतावनी दी कि अगर जल्द संघर्ष विराम समझौता नहीं हुआ, तो उनके पास रूस द्वारा अमेरिका और अन्य भागीदार देशों को बेची जाने वाली किसी भी वस्तु पर शुल्क, कर और प्रतिबंध लगाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं होगा। उन्होंने कहा कि ट्रंप कई महीनों से यूक्रेन में संघर्ष विराम का आह्वान कर रहे हैं और दोनों पक्षों से बातचीत करने का आग्रह कर रहे हैं। ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि रूसी सेना ने 2022 की शुरुआत में यूक्रेन पर हमला किया था और तब से लेकर अब तक करीब तीन साल से जारी लड़ाई में दोनों पक्षों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान ट्रंप ने बार-बार कहा था कि अगर वह राष्ट्रपति चुने गए तो वह रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को एक दिन में सुलझा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि अब ट्रंप और उनकी टीम को लग रहा है कि यह मुद्दा सुलझने में छह महीने तक भी लग सकते हैं। उन्होंने कहा कि संभावना है कि आने वाले दिनों में ट्रंप और पुतिन की जल्द मुलाकात हो और इस युद्ध का समापन हो जाये।

Prabhasakshi Exclusive: Russia-Ukraine War बंद करवाने के Trump के प्रयास क्या होंगे कामयाब? युद्ध क्षेत्र के ताजा समाचार क्या हैं?
The Odd Naari
लेखक: सुमन शर्मा, टीम नेटानागरी
परिचय
दुनिया भर में चिंताओं का एक बड़ा कारण बन चुका रूस-यूक्रेन युद्ध अब एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जिनकी अक्सर विवादास्पद नीतियों और बयानों के लिए चर्चा होती है, युद्ध को खत्म करने के लिए अपनी कोशिशों में जुटे हुए हैं। इस लेख में हम यह जानेंगे कि ट्रंप के प्रयास कितने प्रभावी हो सकते हैं और वर्तमान युद्ध क्षेत्र में क्या स्थिति है।
रूस-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि
रूस और यूक्रेन के बीच साल 2022 में शुरू हुए युद्ध ने न केवल दोनों देशों को प्रभावित किया है, बल्कि वैश्विक राजनीतिक परिदृश्य को भी बदल दिया है। लाखों लोगों ने अपनी जानें गंवाई हैं, और करोड़ों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस संघर्ष के समाप्ति के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है।
ट्रंप के प्रयासों की मूल बातें
राष्ट्रपति के पद से हटने के बाद भी, ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत करने की इच्छा व्यक्त की है। उनके अनुसार, केवल बातचीत ही इस संघर्ष का समाधान निकाल सकती है। ट्रंप का कहना है कि यदि वह दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं तो वह इस युद्ध को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाएंगे।
वर्तमान युद्ध क्षेत्र की स्थिति
हाल ही की रिपोर्टों के अनुसार, युद्ध क्षेत्र में लगातार तनाव है। यूक्रेन की ओर से अधिकतर आम नागरिकों पर हमले हो रहे हैं, जबकि रूस अपनी स्थिति को मजबूत करने में लगा है। दोनों पक्षों की सैन्य गतिविधियाँ भी तेज हो गई हैं।
हाल ही में यूक्रेन ने अपनी सशस्त्र बलों को फिर से संगठित किया है, जिससे रूस के संघर्ष में एक नया मोड़ आ सकता है। यह भी कहा जा रहा है कि यदि ट्रंप के प्रयास सफल नहीं होते हैं, तो स्थिति और भी खराब हो सकती है।
क्या होंगे ट्रंप के प्रयासों के परिणाम?
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप के प्रयास कई कारणों से सफल हो सकते हैं। यदि वे फिर से सत्ता में आते हैं, तो उनके और पुतिन के बीच का व्यक्तिगत संबंध इस युद्ध को समाप्त करने का एक स्पष्ट रास्ता बन सकता है। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि उनकी नीतियाँ भी स्थिति को उलझा सकती हैं।
निष्कर्ष
रूस-यूक्रेन युद्ध ने पूरी दुनिया को एक साफ संदेश दिया है कि युद्ध के परिणाम कभी भी भयानक हो सकते हैं। ट्रंप के प्रयासों में सफलता का एक स्पष्ट मार्ग दिखाई देता है, लेकिन क्या वह इसे हासिल कर पाएंगे, यह एक सवाल है। जरूरी है कि इस युद्ध को खत्म करने के लिए सभी पक्षों को एक साथ आना पड़ेगा।
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