Chernobyl प्लांट पर अटैक का क्या झूठा दावा कर रहे जेलेंस्की? क्रेमलिन ने कह दी बड़ी बात
तीन सालों से चल रही जंग के बीच ट्रंप की कोशिशों के बाद युद्ध विराम की जगी उम्मीदों को उस वक्त झटका लगा जब यूक्रेनी राष्ट्रपति वोल्दोमीर जेलेंस्की ने दावा किया कि रूसी ड्रोन ने रात के समय कीव स्थित चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र के सुरक्षात्मक आवरण पर हमला किया है। लेकिन अब इस दावे पर रूस की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। रूसी सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने यूक्रेन के इस दावे का खंडन किया कि रूस ने चर्नोबिल परमाणु संयंत्र के बाहरी सुरक्षा आवरण पर ड्रोन से हमला किया है। पेस्कोव ने संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा कि परमाणु बुनियादी ढांचे, परमाणु ऊर्जा प्रतिष्ठान पर हमला करने जैसी कोई बात ही नहीं है, ऐसा कोई भी दावा सच नहीं है। हमारी सेना ऐसा नहीं करती। उन्होंने कहा कि यूक्रेनी अधिकारियों ने रात में हमले का दावा इसलिए किया क्योंकि वे वार्ता के माध्यम से युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों को विफल करना चाहते थे। इसे भी पढ़ें: ट्रंप के सुलह से नहीं बनेगी बात, रूस ने परमाणु रिएक्टर पर कर दिया अटैक?जेलेंस्की और संयुक्त राष्ट्र परमाणु एजेंसी ने कहा कि हालांकि हमले से विकिरण का स्तर नहीं बढ़ा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि ड्रोन हमले से ढांचे को नुकसान पहुंचा और वहां आग लग गई, जिसे बुझा दिया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 12 फरवरी के रात दो लोगों को फोन लगाया। पहला फोन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को और दोनों के बीच करीब 90 मिनट तक बातचीत हुई इसके बाद ट्रंप बोले की पुतिन जंग रोकने के लिए बातचीत को तैयार हैं और हम मिलकर इसपर काम करेंगे। इसे भी पढ़ें: खालिस्तानी आतंकी, H1B वीजा, डिफेंस...ट्रंप से मुलाकात के दौरान किन-किन मुद्दों पर मोदी करेंगे बात?दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से शांति समझौता करने को कहा है। पेस्कोव ने कहा कि यह स्पष्ट है कि ऐसे लोग हैं (यूक्रेनी सरकार में) जो बातचीत की प्रक्रिया के किसी भी प्रयास का विरोध करना जारी रखेंगे और यह भी स्पष्ट है कि वे लोग इस प्रक्रिया को पटरी से उतारने की हर संभव कोशिश करेंगे।

Chernobyl प्लांट पर अटैक का क्या झूठा दावा कर रहे जेलेंस्की? क्रेमलिन ने कह दी बड़ी बात
The Odd Naari टीम नेटानागरी द्वारा प्रकाशित। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने Chernobyl प्लांट पर हमले का दावा किया और इस पर रूस के क्रेमलिन का क्या कहना है।
परिचय
रूस-यूक्रेन संघर्ष ने एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना दिया है, खासकर Chernobyl न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हालिया घटनाक्रम को लेकर। जेलेंस्की के द्वारा किए गए दावों ने फिर से चिंताएँ पैदा कर दी हैं और इस विषय पर क्रेमलिन ने खुलकर अपनी बात रखी है।
Chernobyl प्लांट पर जेलेंस्की का दावा
जेलेंस्की ने हाल ही में एक संदर्भ में कहा कि Chernobyl प्लांट पर एक संभावित हमला हो सकता है, जो न केवल यूक्रेन के लिए, बल्कि पूरे यूरोप के लिए खतरा है। उनका दावा था कि यदि ऐसा हमला होता है, तो इसके परिणाम घातक हो सकते हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सहायता मांगी, यह उल्लेख करते हुए कि इस मुद्दे की गंभीरता को समझना आवश्यक है।
क्रेमलिन का प्रतिक्रिया
इस दावे का जवाब देते हुए, क्रेमलिन ने इसे झूठा और भड़काने वाला बताया। रूसी अधिकारियों ने कहा है कि जेलेंस्की के आरोप केवल अपने ही लोगों को भ्रमित करने और समर्थन जुटाने के लिए किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि Chernobyl प्लांट की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं और वहां की स्थिति नियंत्रण में है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस विवाद को लेकर विभिन्न मत व्यक्त किए हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि जेलेंस्की का दावा एक रणनीतिक कदम हो सकता है, ताकि यूक्रेन को अधिक सहायता मिल सके। वहीं, अन्य लोगों का कहना है कि क्रेमलिन के इस बयान का उद्देश्य अपनी स्थिति को मजबूत करना है, ताकि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक समर्थन प्राप्त कर सकें।
निष्कर्ष
Chernobyl प्लांट पर जेलेंस्की के दावे ने फिर से एक बार यूक्रेन-रूस संघर्ष को चर्चा में ला दिया है। हालांकि दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी बातें रखी हैं, लेकिन सत्य क्या है, यह अभी भी अस्पष्ट है। आने वाला समय बताता है कि क्या अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मुद्दे पर एक स्पष्ट रुख अपनाता है या नहीं।
हमेशा की तरह, इस विषय पर ताजा अपडेट के लिए, theoddnaari.com पर जाएँ।