सूदखोरी की प्रताड़ना: कारोबारी की आत्महत्या मामले में नौ लोगों पर मामला दर्ज
शाहजहांपुर जिले में एक व्यक्ति ने सूदखोरों की कथित ज्यादती से परेशान होकर जहर खा लिया। पुलिस ने इस मामले में सात नामजद तथा दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) देवेंद्र कुमार ने रविवार को पीटीआई- को बताया कि शहर कोतवाली क्षेत्र के बिजली पूरा में रहने वाले आलम ने शहर में ही रहने वाले प्रदीप सक्सेना तथा तीन अन्य लोगों से कुछ धन उधार लिया था और आलम का दावा है कि उसने सूदखोरों को ब्याज समेत पूरा कर्ज वापस कर दिया मगर सूदखोर लगातार उसे धमकी देकर जबरन पैसे की वसूली करते रहे। उन्होंने बताया कि 25 अगस्त को प्रदीप सक्सेना अपने गुर्गो के साथ आया और धमकी दी कि अगर ब्याज के पैसे नहीं दिए तो घर पर ताला डलवा देंगे और बच्चों को गायब करवा देंगे और इसी भय से आलम ने जहर खा लिया। कुमार ने बताया कि सूचना पर आलम को तत्काल ही राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है तथा उसकी हालत गंभीर बताई जाती है। पुलिस ने मामले में आरोपी प्रदीप सक्सेना, मोहम्मद शबाब, नदीम, सलीम, शुजा, वेदराम वकील और सुमित्रा गुप्ता को नामजद करते हुए कुल नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है। इसी तरह के एक मामले में सूदखोरों से कथित तौर पर प्रताड़ित एक दंपति ने कुछ दिन पहले आत्महत्या कर ली थी।

सूदखोरी की प्रताड़ना: कारोबारी की आत्महत्या मामले में नौ लोगों पर मामला दर्ज
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कम शब्दों में कहें तो, शाहजहांपुर जिले में सूदखोरों की ज्यादती से परेशान होकर एक कारोबारी ने जहर खा लिया। पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
शाहजहांपुर में एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ एक व्यक्ति को सूदखोरी के चलते आत्मघाती कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा। शहर कोतवाली क्षेत्र के बिजली पूरा इलाके में रहने वाले आलम ने प्रदीप सक्सेना और उसके गुर्गों द्वारा लगातार मिल रही धमकियों से तंग आकर जहर खा लिया। पुलिस ने इस मामले में सात नामजद और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) देवेंद्र कुमार ने बताया कि आलम ने प्रदीप सक्सेना और उसके तीन साथियों से पैसे उधार लिए थे। आलम का दावा है कि उसने ब्याज सहित पूरा कर्ज चुका दिया, लेकिन इसके बावजूद सूदखोर उससे लगातार पैसे रिकवर करने की कोशिश कर रहे थे। 25 अगस्त को प्रदीप सक्सेना अपने गुर्गों के साथ आलम के घर आया और उसे धमकी दी कि अगर वह पैसे नहीं देगा, तो उसके घर पर ताला डलवा देंगे और उसके बच्चों को गायब करवा देंगे। इसी धमकी के चलते आलम ने आत्महत्या करने का कदम उठाया।
तत्काल चिकित्सा
इस घटना के तुरंत बाद, आलम को राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहाँ उसकी हालत गंभीर बताई गई है।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने मामले में आरोपी प्रदीप सक्सेना, मोहम्मद शबाब, नदीम, सलीम, शुजा, वेदराम वकील और सुमित्रा गुप्ता को नामजद करते हुए कुल नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही मामले की जांच भी जारी है।
सूदखोरी का गंभीर खतरा
सूदखोरी का यह मामला केवल एक व्यक्ति का नहीं है, बल्कि समाज में कई ऐसे लोग हैं जो इस तरह की प्रताड़ना का शिकार होते हैं। इसी तरह के एक अन्य मामले में सूदखोरों द्वारा प्रताड़ित एक दंपति ने हाल ही में आत्महत्या कर ली थी, जो इस समस्या की गंभीरता को दर्शाता है।
क्या करें प्रभावित व्यक्तियों को?
इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए स्थानीय प्रशासन और पुलिस को सक्रिय भूमिका निभानी होगी। लोगों को भी सूदखोरों की शिकायत करने के लिए आगे आना चाहिए और सहयोग करना चाहिए ताकि इस समस्या के खिलाफ ठोस कदम उठाए जा सकें।
सूदखोरों की इस बढ़ती समस्या के प्रति जागरूकता फैलाना और समाज में सहानुभूति का माहौल तैयार करना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए निरंतर संवाद और शिक्षा की आवश्यकता है।
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— टीम द ओड नारी, राधिका शर्मा