सऊदी अरब में चल रही थी बैठक, इधर पुतिन ने यूक्रेनी ड्रोन अटैक के बाद पलटवार में कीव पर कर दिया अटैक
एक तरफ रूस और यूक्रेन की जंग रोकने की कोशिश हो रही है। सऊदी में इस संघर्ष को रोकने के लिए बैठक हुई है। वहीं दूसरी तरफ रूस और यूक्रेन दोनों देशों की तरफ से एक दूसरे के ऊपर ड्रोन अटैक के दावे किए जा रहे हैं। यूक्रेनी सेना ने बुधवार को कहा कि रूस ने रात भर के हमले में तीन मिसाइलें और 133 ड्रोन दागे। इसने कहा कि वायु सेना ने 98 ड्रोन मार गिराए। यूक्रेन की तरफ से कहा गया है कि अन्य 20 ड्रोन अपने लक्ष्य तक नहीं पहुँच पाए, संभवतः इलेक्ट्रॉनिक युद्ध के जवाबी उपायों के कारण। लेकिन यूक्रेन की तरफ से यह नहीं बताया कि शेष 15 ड्रोन का क्या हुआ। इसे भी पढ़ें: India-China के झगड़े में रूस किसके साथ है? जवाब आपको चौंका देगाइससे यूक्रेन का रूस की राजधानी मॉस्को पर बड़ा ड्रोन हमला हुआ है। 11 मार्च को सुबह-सुबह यूक्रेनी सेना द्वारा मास्को पर किए गए "बड़े पैमाने पर ड्रोन हमले" में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और अन्य घायल हो गए। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पिछली रात 337 यूक्रेनी मानवरहित हवाई वाहनों (यूएवी) को रोका गया और नष्ट कर दिया गया। इस अटैक में 91 यूएवी को मास्को ओब्लास्ट के ऊपर रोका गया। इसे भी पढ़ें: 30 दिनों के लिए रुक जाएगी रूस-यूक्रेन के बीच की जंग, ट्रंप या फिर MBS कौन हैं इस युद्धविराम का असली नायक?कीव इंडिपेंडेंट ने रिपोर्ट किया कि यह युद्ध के दौरान एक ही हमले में रूस के खिलाफ लॉन्च किए गए ड्रोन की सबसे बड़ी संख्या है। मास्को ओब्लास्ट के गवर्नर एंड्री वोरोब्योव ने कहा कि लेनिनस्की शहरी जिले और डोमोडेडोवो में एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। यूक्रेन ने इस हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की है। यह हमला मंगलवार को जेद्दा में यूक्रेन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच नियोजित शांति वार्ता से पहले हुआ।

सऊदी अरब में चल रही थी बैठक, इधर पुतिन ने यूक्रेनी ड्रोन अटैक के बाद पलटवार में कीव पर कर दिया अटैक
The Odd Naari - लेखिका: स्नेहा शर्मा, टीम नेतानागरी
परिचय
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की गहराती स्थिति ने एक बार फिर दुनिया का ध्यान खींचा है। हाल ही में सऊदी अरब में चल रही बैठक के दौरान, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के कीव पर अपने नए हमले से सनसनी मचा दी। इस लेख में हम इस घटनाक्रम के विभिन्न पहलुओं की चर्चा करेंगे और जानेंगे कि सऊदी अरब की बैठक का क्या महत्व है।
बैठक का महत्व
सऊदी अरब में हो रही बैठक में कई देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक मामलों पर चर्चा करना था। सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने इस बैठक की मेज़बानी की, जिसमे प्रमुख विश्व नेताओं ने विभिन्न चुनौतियों पर विचार विमर्श किया। हालांकि, रूस द्वारा की गई हालिया आक्रामकता ने इस चर्चा को एक नई दिशा दे दी।
यूक्रेनी ड्रोन अटैक का संदर्भ
रूस पर यूक्रेनी ड्रोन अटैक की खबरों ने पुतिन को एक बार फिर आक्रामक दृष्टिकोण अपनाने के लिए मजबूर किया। यूक्रेन ने हाल ही में रूस के सैन्य ठिकानों पर सटीक निशाना साधते हुए ड्रोन हमले किए थे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, पुतिन ने कीव पर हमला करने का निश्चय किया। इस हमले में कई नागरिक क्षेत्रों को भी लक्ष्य बनाया गया, जिससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता बढ़ गई है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद दुनिया भर के नेताओं ने रूस की भर्त्सना की। अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने इसके खिलाफ कड़े वक्तव्य दिए हैं और संभावित आर्थिक प्रतिबंधों की बात की है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इसे मानवता के खिलाफ अपराध माना है और अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में शिकायत करने की बात कही है।
निष्कर्ष
सऊदी अरब में हो रही बैठक के दौरान हुई इन घटनाओं ने एक बार फिर वैश्विक राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है। युद्ध की इस स्थिति को रोकने के लिए अब तक का माहौल बेहद गंभीर है। सभी की निगाहें सऊदी अरब की इस बैठक पर टिकी हैं और देखना यह होगा कि वैश्विक नेता इस गंभीर मुद्दे का समाधान कैसे निकालते हैं।
समापन में, रूस और यूक्रेन के विवाद ने न केवल क्षेत्रीय स्थिरता को ध्वस्त किया है, बल्कि वैश्विक आर्थिक सुरक्षाओं पर भी गंभीर प्रभाव डाला है। उम्मीद है कि जल्द ही इस समस्या का कोई समाधान निकलेगा और दुनिया एक बार फिर से शांति की ओर बढ़ सकेगी।