देहरादून में ‘सिडको’ संस्था के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज
The post बिहार की संस्था ‘सिडको’ के खिलाफ दून में मुकदमा दर्ज appeared first on Avikal Uttarakhand. बेरोजगारों से ठगी, खाते और दस्तावेज जब्त प्रशिक्षण देने का कोई प्रमाण नहीं देहरादून। बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार का झांसा देकर ठगी करने वाली बिहार की संस्था सिडको… The post बिहार की संस्था ‘सिडको’ के खिलाफ दून में मुकदमा दर्ज appeared first on Avikal Uttarakhand.

देहरादून में ‘सिडको’ संस्था के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज
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By Priya Sharma and Anjali Mehta, Team The Odd Naari
संस्थान के खिलाफ गंभीर आरोप
कम शब्दों में कहें तो, देहरादून में बिहार की लघु उद्योग विकास परिषद ‘सिडको’ पर बेरोजगार युवाओं को ठगने के गंभीर आरोप लगे हैं। इनका उद्देश्य युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार देने का वादा करना था, लेकिन फिलहाल, स्थिति इसके विपरीत प्रतीत होती है। बीते शुक्रवार को नेहरू कॉलोनी पुलिस थाने में इस धांधली के बारे में शिकायत दर्ज कराई गई है।
गैर-प्रमाणित प्रशिक्षण कार्यक्रम
पुलिस जांच में यह पाया गया कि ‘सिडको’ ने बेरोजगार युवाओं से ₹6100 प्रति व्यक्ति की धोखाधड़ी की। इस संस्था ने सरकारी योजनाओं और प्रशिक्षण के झूठे प्रचार का भी आरोप स्वीकार किया है। वारदात को लेकर जब शिकायतों का सिलसिला शुरू हुआ, तो पुलिस ने त्वरित कदम उठाने का निर्णय लिया। आश्चर्य की बात यह है कि संस्था के दस्तावेजों में किसी प्रकार के प्रशिक्षण या लाभ का कोई भी प्रमाण नहीं पाया गया है।
संस्था का संदेहास्पद कार्यप्रणाली
‘सिडको’ की कार्यप्रणाली बेहद संदिग्ध है। यह संस्था बिहार के पटना में पंजीकृत है और हाल ही में देहरादून के अजबपुर क्षेत्र में अपना कार्यालय खोलने की दिशा में कदम उठा रही थी। संगठित ठगी का एक और संकेत यह है कि संस्था ने सदस्यों को जोड़ने पर प्रति सदस्य ₹400 का लालच दिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनकी असली मंशा केवल धन उगाही करना थी।
पुलिस की सक्रियता से कार्रवाई
पुलिस ने एफआईआर संख्या 231/25 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 318(4)/61(2) के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया है। संबंधित दस्तावेज व इलेक्ट्रॉनिक उपकरण संस्था के कार्यालय से जब्त कर लिए गए हैं, और सभी बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है। ऐसे सभी खातों को पहचान कर सीज किया जा रहा है, जिनमें इस संस्था का लेन-देन हुआ है।
भविष्य की दिशा
यह घटनाक्रम उन बेरोजगार युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी है कि उन्हें किसी भी संस्था पर भरोसा करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए। धोखाधड़ी से बचने के लिए सरकारी योजनाओं को लेकर हमेशा जागरूक रहना जरूरी है। ऐसे मामलों पर कानून रक्षक एजेंसियों की लगातार निगरानी रहेगी ताकि फिर से ऐसी धोखाधड़ी की घटनाएं न हो सकें।
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