दिल्ली में राजनाथ और अमित शाह से मिले सीपी राधाकृष्णन, एनडीए उपराष्ट्रपति पद का मंथन शुरू!
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। राजनाथ सिंह ने एक्स पर लिखा कि आज थिरु सीपी राधाकृष्णन जी से मुलाकात की। एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने पर उन्हें शुभकामनाएँ दीं। मुझे विश्वास है कि थिरु राधाकृष्णन जी एक असाधारण उपराष्ट्रपति बनेंगे और भारत के लोगों की एक सशक्त आवाज़ बने रहेंगे। इसे भी पढ़ें: तमिलनाडु को फंड देने से क्यों इनकार? स्टालिन का BJP पर तीखा वारवहीं, अमित शाह ने लिखा कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन जी से मुलाकात की। वे एक अनुभवी नेता हैं जिनके पास व्यापक संगठनात्मक और प्रशासनिक अनुभव है। मुझे विश्वास है कि वे अपने व्यापक अनुभव के साथ भारत के राष्ट्रीय विमर्श में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। एक दिन पहले, शाह ने कहा था कि महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को एनडीए द्वारा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामित करना तमिलनाडु के लिए गर्व की बात है और यह तमिल संस्कृति, भाषा और नेतृत्व के सम्मान के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।तिरुनेलवेली में बूथ समिति सदस्यों के सम्मेलन में बोलते हुए, शाह ने तमिल में सभा को संबोधित न कर पाने के लिए खेद व्यक्त किया और राधाकृष्णन को समर्थन देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि मैं राज्य के लोगों को यह बताने आया हूँ कि उपराष्ट्रपति पद ग्रहण करने के बाद, तमिलनाडु के बेटे सीपी राधाकृष्णन राज्यसभा के सभापति बनने जा रहे हैं। इससे पहले, एनडीए ने एपीजे अब्दुल कलाम जी को भी भारत का राष्ट्रपति बनाकर यह सम्मान दिया था। नरेंद्र मोदी जी ने हमेशा तमिलनाडु, तमिल भाषा और तमिल संस्कृति को गौरवान्वित करने का काम किया है। इसे भी पढ़ें: उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद BJP को मिल सकता है नया राष्ट्रीय अध्यक्ष, 100 से ज्यादा सीनियर नेताओं से हुई चर्चाबुधवार को, सीपी राधाकृष्णन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन, जो 31 जुलाई, 2024 से महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं, इससे पहले झारखंड, तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। कोयंबटूर से दो बार सांसद रहे राधाकृष्णन का जन्म 20 अक्टूबर, 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर में हुआ था। तमिलनाडु के इस दिग्गज भाजपा नेता ने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री हासिल की और 1974 में भाजपा के पूर्ववर्ती संगठन भारतीय जनसंघ की राज्य समिति के सदस्य बने।

दिल्ली में राजनाथ और अमित शाह से मिले सीपी राधाकृष्णन, एनडीए उपराष्ट्रपति पद का मंथन शुरू!
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कम शब्दों में कहें तो, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने हाल ही में दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह से महत्वपूर्ण मुलाकात की।
इस मुलाकात का उद्देश्य उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होने पर राधाकृष्णन को शुभकामनाएं देना और आगामी चुनावों पर चर्चा करना था। राजनाथ सिंह ने राधाकृष्णन को इस अवसर पर बधाई दी और उनके जिम्मेदारी को निभाने में सक्षम होने की उम्मीद जताई। उन्होंने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, "मुझे विश्वास है कि थिरु राधाकृष्णन जी भारत के लोगों के लिए एक सशक्त आवाज़ बनेंगे।"
उपराष्ट्रपति चुनाव की रणनीति
अमित शाह ने भी राधाकृष्णन की प्रशंसा करते हुए कहा, "वे एक अनुभवी नेता हैं जिनके पास प्रशासन और संगठन का व्यापक अनुभव है।" उनकी यह टिप्पणी संभावित रूप से आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए की चुनावी रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।
अमित शाह ने यह भी कहा कि राधाकृष्णन का नामांकन तमिलनाडु के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तमिल संस्कृति और भाषा के प्रति प्रतिबद्धता के रूप में देखा। शाह ने यह बताते हुए कि उपराष्ट्रपति बनने के बाद राधाकृष्णन राज्यसभा के सभापति होंगे, इस बात पर जोर दिया कि यह न केवल एक उपलब्धि है, बल्कि यह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में तमिलनाडु की पहचान को भी निर्धारित करता है।
सीपी राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर
सीपी राधाकृष्णन का जन्म 20 अक्टूबर, 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर में हुआ था। उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री हासिल की और 1974 में भारतीय जनसंघ से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। राधाकृष्णन वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं और इससे पहले झारखंड, तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल रह चुके हैं। वह कोयंबटूर से दो बार सांसद भी रह चुके हैं।
चुनावों की तैयारियों की स्थिति
बुधवार को, जब राधाकृष्णन ने प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया, तो यह स्पष्ट हो गया कि एनडीए चुनाव की तैयारी में गंभीर है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि राधाकृष्णन का चयन आगामी चुनाव में एनडीए के लिए एक महत्वपूर्ण परिवर्तन का संकेत है।
निष्कर्ष
सीपी राधाकृष्णन के नाम पर मुहर लगाने के साथ ही एनडीए ने चुनावी रणनीति के प्रति अपनी गंभीरता को दर्शाया है। उनके अनुभव और तमिल संस्कृति के प्रति सम्मान नई ऊर्जा का संचार कर सकते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह चुनाव एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।
सीपी राधाकृष्णन की उम्मीदवारी को लेकर चल रही चर्चाएं और राजनाथ एवं अमित शाह का समर्थन इस बात का संकेत है कि चुनावी मंथन की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। आगे क्या होने वाला है, यह देखना बेहद दिलचस्प होगा।
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इस लेख को लिखा है: आर्या शर्मा, टीम The Odd Naari