असम में अमित शाह की जोरदार हुंकार: घुसपैठियों से एक-एक इंच ज़मीन वापस लेंगे
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को गुवाहाटी के खानापाड़ा स्थित वेटरनरी कॉलेज फील्ड में एनडीए के एक विशाल पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए 2026 के असम विधानसभा चुनावों का बिगुल फूंका। कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए शाह ने कहा कि असम का नेतृत्व ऐसे नेता नहीं कर सकते जो "घुसपैठियों को बसाते हैं और बार-बार पाकिस्तान जाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में भाजपा ने विकास और रोजगार के अवसरों में वृद्धि के माध्यम से राज्य का कायाकल्प किया है। इसे भी पढ़ें: 'सिर काटकर टेबल पर रख देना चाहिए', अमित शाह को लेकर ये क्या बोल गईं TMC सांसद महुआ मोइत्राअमित शाह ने कहा कि हिमंत बिस्वा सरमा ने असम में एक निवेश शिखर सम्मेलन आयोजित किया, जिसके परिणामस्वरूप 5.18 लाख करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन (एमओयू) हुए, जिनमें से 1.40 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएँ पहले ही जमीनी स्तर पर लागू हो चुकी हैं। एक समय था जब कांग्रेस ने असम को 'अलविदा' कह दिया था। आज मोदी जी और हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में असम एक विकसित राज्य में तब्दील हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव और महापुरुष माधवदेव से जुड़े सत्रों से घुसपैठियों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटा दिया है, जिससे सत्रों की पवित्रता बहाल हुई है।उन्होंने हाल ही में हुए पंचायत चुनावों में कांग्रेस के प्रदर्शन का भी मज़ाक उड़ाते हुए कहा, "भाजपा की जीत इतनी बड़ी थी कि आप दूरबीन से भी कांग्रेस को नहीं ढूंढ पाएँगे।" अमित शाह ने आगे कहा, "इन पंचायत चुनावों का बहुत महत्व है क्योंकि असम परिसीमन के बाद यह पहला चुनाव था। भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने असम में पिछले पंचायत चुनावों में भारी जीत दर्ज की थी। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के उपनेता गौरव गोगोई पर निशाना साधते हुए, शाह ने कहा कि भाजपा सरकार ने घुसपैठियों द्वारा अतिक्रमण की गई लाखों एकड़ ज़मीन को मुक्त कराने का काम किया है। इसे भी पढ़ें: बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण विवाद पर स्टालिन का कड़ा रुख, बोले तमिलनाडु में नहीं होने देंगे ऐसी स्थितिविपक्ष पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि लेकिन गौरव गोगोई इसका विरोध कर रहे हैं। आज मैं कहना चाहता हूँ - गौरव जी, जितना विरोध करना है, कर लीजिए। यह भाजपा की सरकार है, और हम घुसपैठियों से एक-एक इंच ज़मीन वापस लेंगे, क्योंकि यह ज़मीन हमारे युवाओं की है। असम का नेतृत्व ऐसा नेता नहीं कर सकता जो घुसपैठियों को बसाता हो और बार-बार पाकिस्तान जाता हो। असम का नेतृत्व केवल मोदी जी और हिमंत बिस्वा शर्मा ही कर सकते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री ने एनडीए के पंचायत प्रतिनिधियों और भाजपा-अगप पार्टी कार्यकर्ताओं से असम में आगामी 2026 के विधानसभा चुनावों के लिए तैयार रहने और राज्य में एनडीए की लगातार तीसरी बार जीत सुनिश्चित करने का आग्रह किया।

असम में अमित शाह की जोरदार हुंकार: घुसपैठियों से एक-एक इंच ज़मीन वापस लेंगे
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कम शब्दों में कहें तो, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम में एक विशाल पंचायत सम्मेलन में अपने संकल्प व्यक्त करते हुए 2026 के विधानसभा चुनावों की तैयारियों का बिगुल फूँका। उन्होंने विपक्ष, खासकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि घुसपैठियों से एक-एक इंच ज़मीन वापस ली जाएगी।
बीजेपी का विकास एजेंडा
गुवाहाटी के खानापाड़ा में एनडीए के पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मेलन में बोलते हुए, अमित शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वे ऐसे नेताओं को बढ़ावा दे रहे हैं जो घुसपैठियों को बसाते हैं और बार-बार पाकिस्तान जाते हैं। शाह ने स्पष्ट किया कि असम का नेतृत्व मोदी और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में ही संभव है। इस दौरान उन्होंने असम की विकास यात्रा को भी रेखांकित किया, जिसमें भाजपा सरकार ने रोजगार के नए अवसर प्रदान किए हैं।
निवेश शिखर सम्मेलन का प्रभाव
शाह ने कहा कि हाल में आयोजित एक निवेश शिखर सम्मेलन में 5.18 लाख करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए हैं, जिनमें से 1.40 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं पहले से ही लागू हो चुकी हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भाजपा ने पंचायत चुनावों में अभूतपूर्व जीत हासिल की है, जिससे उसके कार्यों की स्पष्टता नजर आती है।
असम में भाजपा का राजनीतिक परिदृश्य
विपक्षी नेता गौरव गोगोई पर कटाक्ष करते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस का इस समय कोई भविष्य नहीं दिखाई देता। उन्होंने मज़ाक करते हुए कहा, "भाजपा की जीत इतनी बड़ी थी कि आप दूरबीन से भी कांग्रेस को नहीं ढूंढ पाएँगे।" यह बयान असम की राजनीतिक स्थिति पर भाजपा की मजबूत पकड़ को दर्शाता है।
भविष्य की योजनाएं
अमित शाह ने एनडीए के पंचायत प्रतिनिधियों को 2026 के विधानसभा चुनावों के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। केंद्रीय गृह मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि भाजपा को लगातार तीसरी बार सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकता। इस सभी गतिविधियों का मूल उद्देश्य असम को एक सुरक्षित और विकसित राज्य बनाना है।
अंत में, अमित शाह का यह बयान असम की राजनीतिक दिशा और चुनावी भविष्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। क्या भाजपा अपने वादों को पूरा कर पाएगी? यह आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन यह स्पष्ट है कि शाह की आवाज़ ने चुनावी मैदान में नई जान डाल दी है।
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