हल्द्वानी: पद्मश्री प्रो. शेखर पाठक ने “डिसमन 5.0” का उद्घाटन किया दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल में

पद्मश्री प्रो. शेखर पाठक ने किया दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल में “डिसमन 5.0” का शुभारंभ हल्द्वानी, 18 अगस्त।दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल में सोमवार को दो दिवसीय मॉडल यूनाइटेड नेशंस सम्मेलन डिसमन 5.0 का शुभारंभ पद्मश्री सम्मानित शिक्षाविद् प्रो. शेखर पाठक ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। विद्यालय प्रबंधक श्री समित […] Source

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हल्द्वानी :पद्मश्री प्रो. शेखर पाठक ने किया दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल में “डिसमन 5.0” का शुभारंभ

हल्द्वानी: पद्मश्री प्रो. शेखर पाठक ने “डिसमन 5.0” का उद्घाटन किया दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल में

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कम शब्दों में कहें तो, दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित “डिसमन 5.0” सम्मेलन का उद्घाटन पद्मश्री प्रो. शेखर पाठक ने किया, जो छात्रों को वैश्विक मुद्दों से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण मंच है।

हल्द्वानी, 18 अगस्त। दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित दो दिवसीय मॉडल यूनाइटेड नेशंस सम्मेलन “डिसमन 5.0” का उद्घाटन सोमवार को पद्मश्री सम्मानित शिक्षाविद् प्रो. शेखर पाठक ने किया। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में वैश्विक मुद्दों के प्रति जागरूकता फैलाना और उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर संवाद करने का अवसर प्रदान करना है।

कार्यक्रम की शुरुआत और सार्थकता

कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, जिसमें सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ। विद्यालय के प्रबंधक श्री समित ने आयोजन की महत्ता को उजागर किया और प्रो. पाठक का स्वागत करते हुए इस प्रकार के कार्यक्रमों के महत्व को रेखांकित किया। इस सम्मेलन में विद्यार्थियों ने विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया, जिससे उनके विचारों का दायरा और वैश्विक समझ बढ़ाने का अवसर मिला।

“डिसमन 5.0” का उद्देश्य और फोकस

“डिसमन 5.0” का मुख्य उद्देश्य युवाओं को अंतरराष्ट्रीय कानूनों और राजनीति से परिचित कराना है। यह आयोजन विद्यार्थियों को विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने और समाधान खोजने के लिए एक मंच प्रदान करता है। छात्रों ने विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों की भूमिका निभाते हुए अलग-अलग मुद्दों पर अपने विचार प्रस्तुत किए, जिससे उन्हें वास्तविक जीवन की समस्याओं का सामना करने की प्राथमिकता हासिल हुई।

पद्मश्री प्रो. शेखर पाठक का योगदान

पद्मश्री प्रो. शेखर पाठक का शिक्षा के क्षेत्र में योगदान अभूतपूर्व है। उनके अनुभव और विशिष्टता ने छात्रों में आत्मविश्वास और नई प्रेरणा जगाई है। उनका मानना है कि इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल छात्रों को समस्या समाधान में सहायता करते हैं, बल्कि उन्हें भविष्य के प्रभावशाली नेताओं के रूप में विकसित होने का अवसर भी प्रदान करते हैं।

छात्रों की सक्रिय भागीदारी

छात्रों ने कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने विचारों को प्रस्तुत करने में आत्मविश्वास से भरे हुए दिखे। उन्होंने विवादों का सामना करते हुए विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की, जिससे उनकी सोच और दृष्टिकोण में विविधता आई। “डिसमन 5.0” ने उन्हें वैश्विक मंच पर संवाद करने और अपने विचार साझा करने का अनूठा अवसर प्रदान किया।

निष्कर्ष: युवा नेतृत्व का विकास

“डिसमन 5.0” का शुभारंभ शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पेश करता है। यह न केवल छात्रों को वैश्विक दृष्टिकोण प्रदान करता है, बल्कि उन्हें अपने समुदायों में प्रभावशाली नेता बनने के लिए प्रेरित करता है। यह सम्मेलन एक नई दिशा में एक कदम है, जो युवाओं को सशक्त करने के साथ-साथ उन्हें प्रशिक्षित करने का एक प्रभावकारी माध्यम है।

इस प्रकार के आयोजनों का महत्व शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक विकास में भी अत्यधिक है। इस साल का “डिसमन 5.0” विद्यार्थियों के लिए एक मूल्यवान अनुभव और उनके विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।

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सादर,

टीम द ओड नारी