वन मंत्री सुबोध उनियाल ने श्री दरबार साहिब में किया मत्था, एसजीआरआर समूह की सेवाओं की सराहना
The post वन मंत्री ने श्री दरबार साहिब में टेका मत्था , एसजीआरआर ग्रुप की सेवाओं की सराहना appeared first on Avikal Uttarakhand. श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज से हुई समसामयिक विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा स्वास्थ्य, चिकित्सा व शिक्षा क्षेत्र में एसजीआरआर ग्रुप के योगदान को बताया अनुकरणीय वन सम्पदा, पौधारोपण और वनाग्नि… The post वन मंत्री ने श्री दरबार साहिब में टेका मत्था , एसजीआरआर ग्रुप की सेवाओं की सराहना appeared first on Avikal Uttarakhand.

वन मंत्री सुबोध उनियाल ने श्री दरबार साहिब में किया मत्था, एसजीआरआर समूह की सेवाओं की सराहना
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कम शब्दों में कहें तो: उत्तराखंड के वन मंत्री ने श्री दरबार साहिब में मत्था टेका और एसजीआरआर समूह द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यों की सराहना की है। मंत्री ने स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में इसके योगदान को अनुकरणीय बताया और पर्यावरण संरक्षण के विषयों पर भी चर्चा की।
देहरादून। बुधवार को उत्तराखंड के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने श्री दरबार साहिब में मत्था टेका। इस अवसर पर उन्होंने श्री दरबार साहिब के सज्जादे गद्दी नशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज से शिष्टाचार भेंट की एवं उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस इंटरैक्शन के दौरान, उन्होंने प्रदेश की समसामयिक मुद्दों पर विशेष रूप से वन सम्पदा और पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया।
श्री दरबार साहिब की परंपरा के अनुसार, कैबिनेट मंत्री का यहां ससम्मान स्वागत किया गया। मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा, "श्री दरबार साहिब में आकर आत्मा को अपार शांति और ऊर्जा मिलती है।" इसके साथ ही, उन्होंने एसजीआरआर ग्रुप के तहत संचालित श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल, एसजीआरआर विश्वविद्यालय, एसजीआरआर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज और एसजीआरआर पब्लिक स्कूलों की उपलब्धियों की सराहना की।
मंत्री ने बताया कि "स्वास्थ्य, चिकित्सा, और शिक्षा के क्षेत्र में एसजीआरआर संस्थान समाज की सेवा में अद्वितीय योगदान दे रहे हैं।" इस पर श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने भी मंत्री की प्रशंसा की और कहा कि "वन मंत्री के नेतृत्व में वनाग्नि के मामलों में कमी आई है। साथ ही, वृक्षारोपण एवं फलदार पौधों के रोपण से वन्य जीवों और इंसानों के बीच संतुलन बनाने की दिशा में उल्लेखनीय पहल हुई है।"
यह वार्ता केवल एक धार्मिक स्थल पर की गई सामान्य भेंट नहीं थी। यह एक ऐसे समय में हुई जब हमारा देश और विशेषकर उत्तराखंड अनेक पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना कर रहा है। उत्तराखंड का वन क्षेत्र न केवल स्थानीय जीव-जंतु के लिए वरदान है, बल्कि यह क्षेत्रीय जलवायु और जल सुरक्षा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
एसजीआरआर ग्रुप के सांस्थानिक प्रयासों की सराहना महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनकी गतिविधियाँ समाज के विभिन्न स्तरों को लाभ पहुंचा रही हैं। इन संस्थाओं की गुणवत्तापूर्ण सेवाओं से न केवल स्थानीय समुदाय को स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है, बल्कि विद्यार्थी भी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अग्रसर हो रहे हैं।
वर्तमान में, जब सरकारी नीतियों पर विचार हो रहा है, ऐसे में इस प्रकार की संवाद और आधिकारिक पहलों को सकारात्मकता से देखा जा सकता है। यह केवल जानकारी पर आधारित नहीं है, बल्कि यह एक सहयोगात्मक प्रयास को प्रोत्साहित करता है।
अंत में, आशा है कि मंत्री सुबोध उनियाल और उनके नेतृत्व में वन विभाग आने वाले समय में भी ऐसे ही प्रेरणादायक कार्यों को जारी रखेगा।
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सादर,
टीम द ओड नारी, प्रीति मेहता