मुंगेर में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का 10 प्रतिशत वेतन कटौती: अनुत्तीर्ण एनसीडी स्क्रीोनिंग की दंडात्मक कार्रवाई
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मुंगेर में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का 10 प्रतिशत वेतन कटौती: अनुत्तीर्ण एनसीडी स्क्रीोनिंग की दंडात्मक कार्रवाई
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कम शब्दों में कहें तो, मुंगेर जिले के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के वेतन में 10 प्रतिशत की कटौती की गई है। यह कार्रवाई जिले के 27 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में शून्य उपलब्धि पाए जाने के बाद की गई है।
मुंगेर में स्वास्थ्य प्रणाली में अनुशासनहीनता की एक गंभीर घटना सामने आई है, जहाँ स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के वेतन में कटौती का आदेश जारी किया गया है। यह कटौती उन कर्मचारियों के लिए है जिनका प्रदर्शन निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने में असफल रहा। जिले में एनसीडी (गैर-संक्रामक रोग) स्क्रीोनिंग में कोई उपलब्धि नहीं दिखने पर यह कार्रवाई की गई है। सिविल सर्जन डॉ. रामप्रवेश ने पुष्टि की है कि संबंधित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के अगस्त महीने के वेतन में 10 प्रतिशत की कटौती की गई है।
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की लापरवाही का परिणाम
डॉ. रामप्रवेश के अनुसार, अप्रैल से पांच अगस्त तक चलाए गए एनसीडी स्क्रीोनिंग, फॉलोअप और ट्रीटमेंट में कोई सफलता न मिलने से यह स्पष्ट होता है कि संबंधित सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) और एएनएम (ऑक्सिलियरी नर्स मिडवाइफ) ने अपने कार्य में लापरवाही दिखाई है। यह कर्मचारियों की जिम्मेदारी थी कि वे दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए लक्ष्य हासिल करें।
सिविल सर्जन ने यह स्पष्ट किया कि वेतन कटौती केवल एक चेतावनी नहीं है, बल्कि यह एक गंभीर संदेश है। स्वास्थ्य अधिकारियों को समझना होगा कि उन्हें अपने कार्य और जिम्मेदारियों के प्रति गंभीरता से ध्यान देना होगा। यदि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन में सुधार नहीं होता है, तो आगे की विधिक कार्रवाई भी की जा सकती है।
कटे हुए वेतन का विवरण
कटी हुई वेतन से प्रभावित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सूची निम्नलिखित है:
- असरगंज – चापाबरियारपुर, गांधीपुर, घोरघटधरहरा
- दरियापुर, माताडीह, मानगढ़, औड़ाबगीचा
- जमालपुर – विजयनगर, बांक, सिंधिया
- खड़गपुर- दरियापुर-1, मंझगांय, रतैठा, रमनकाबाद, धपड़ी, हथिया
- सदर प्रखंड – बाहाचौकी, पीड़ पहाड़, सीतलपुर, शंकरपुर, कटरिया
- संग्रामपुर – चंडकी, मनिया, कुमरसार
- तारापुर – मानिकपुर
- टेटियाबंबर – गनौली
सभी संबंधित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि वे एक महीने के भीतर एनसीडी स्क्रीोनिंग के लक्ष्यों को पूरा करें। जिन कार्यकर्ताओं ने लक्ष्यों को हासिल नहीं किया, उनके खिलाफ और कड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है।
निष्कर्ष: स्वास्थ्य प्रणाली में सुधार की आवश्यकता
यह घटना स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी और उनकी कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाती है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को अपने कार्य में अनुशासन और जवाबदेही का पालन करना चाहिए। यदि यह लापरवाही जारी रहती है, तो इसका न केवल स्वास्थ्य प्रणाली पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, बल्कि आम जनमानस के स्वास्थ्य पर भी यह बुरा असर डाल सकता है। हमें उम्मीद है कि यह घटना स्वास्थ्य सुधार की दिशा में एक सकारात्मक बदलाव का संकेत देगी।
इसके अतिरिक्त, यह घटना हमें सजग बनाती है कि हमें अपनी स्वास्थ्य प्रणाली में सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
– टीम The Odd Naari