बिहार चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की एंट्री, राहुल गांधी का विवादित बयान
कांग्रेस के राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर पाकिस्तान में आतंकी शिविरों के खिलाफ भारत की कार्रवाई तुरंत रोक दी थी। राहुल गांधी का यह बयान, चुनावी राज्य बिहार के मुजफ्फरपुर में 'मतदाता अधिकार यात्रा' के तहत आयोजित रैली में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मई में सैन्य संघर्ष के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविराम में उत्प्रेरक की भूमिका निभाने के अपने दावे को एक बार फिर दोहराए जाने के कुछ घंटों बाद आया है। इसे भी पढ़ें: जल-जीवन-हरियाली अभियान से बिहार के 2,41,782 हेक्टेयर खेतों तक पहुंचा सिंचाई का पानीअमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे दावा किया कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से दो परमाणु शक्ति संपन्न पड़ोसियों के बीच हस्तक्षेप किया और व्यापार तथा टैरिफ की धमकियों का इस्तेमाल करके प्रधानमंत्री मोदी को इस्लामाबाद के साथ युद्ध विराम के लिए मजबूर किया। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने रैली में कहा कि ट्रंप ने आज कहा कि जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध चल रहा था, तो मैंने फ़ोन उठाया और नरेंद्र मोदी को बताया कि वो जो कुछ भी कर रहे हैं, उसे 24 घंटे के अंदर बंद कर दें। और नरेंद्र मोदी ने 24 घंटे नहीं, बल्कि पाँच घंटे में सब कुछ बंद कर दिया।अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को "परमाणु युद्ध" में बदलने से रोक दिया है, क्योंकि उन्होंने टैरिफ लगाने की धमकी दी थी और युद्ध विराम पर सहमत न होने पर किसी भी व्यापार समझौते से इनकार कर दिया था। ट्रंप की ताज़ा टिप्पणी मंगलवार को व्हाइट हाउस में कैबिनेट की बैठक के दौरान आई, जहाँ उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने मोदी से बात की है। इसे भी पढ़ें: Bihar: जनता के गुस्से का शिकार हुए मंत्री श्रवण कुमार, जान बचाने को 1 KM तक भागे, Videoउन्होंने कहा कि मैं एक बहुत ही शानदार इंसान से बात कर रहा हूँ, भारत के मोदी से। मैंने पूछा, 'तुम्हारे और पाकिस्तान के बीच क्या चल रहा है?' फिर मैंने पाकिस्तान से व्यापार के बारे में बात की। मैंने कहा, 'तुम्हारे और भारत के बीच क्या चल रहा है?' यह बहुत लंबे समय से चल रहा है, कभी-कभी सैकड़ों सालों से अलग-अलग नामों से।" गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान 1947 में स्वतंत्र राष्ट्र बने, जब उपमहाद्वीप में लगभग 200 वर्षों का ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन समाप्त हुआ। तब तक, वे एक ही देश थे।#WATCH | Muzaffarpur, Bihar | Addressing during the 'Voter Adhikar Yatra', Lok Sabha LoP Rahul Gandhi says, "Trump said today that when the war between India and Pakistan was going on, I picked up the phone and told Narendra Modi and told him to stop whatever he was doing within… pic.twitter.com/ap4ih0Ruqt— ANI (@ANI) August 27, 2025

बिहार चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की एंट्री, राहुल गांधी का विवादित बयान
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कम शब्दों में कहें तो, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार के मुजफ्फरपुर में आयोजित 'मतदाता अधिकार यात्रा' के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का उल्लेख कर एक विवादास्पद बयान दिया। उनका दावा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के निर्देशों पर पाकिस्तान में आतंकी शिविरों के खिलाफ कार्रवाई को अचानक रोक दिया। यह बयान ट्रंप द्वारा हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम में मध्यस्थता का दावा किए जाने के कुछ घंटों बाद आया।
राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने रैली में लोगों से कहा कि "ट्रंप ने कहा कि जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध चल रहा था, तो मैंने नरेंद्र मोदी को फोन किया और कहा कि जो चल रहा है, उसे तुरंत रोकना चाहिए।" उन्होंने यह भी दावा किया कि मोदी ने केवल पांच घंटों में निर्देशों का पालन किया। यह बयान राजनीतिक हलचल पैदा करने वाला था और इसे दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के संदर्भ में अद्वितीय माना जा रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप के दावे
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से भारतीय प्रधानमंत्री मोदी को व्यापार और टैरिफ की धमकियों के जरिए "परमाणु युद्ध" की स्थिति में जाने से रोका। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में यह दावा किया कि उन्होंने मोदी से बातचीत की और उन्हें पाकिस्तान के साथ तनाव को खत्म करने के लिए कहा। यह स्थिति ना केवल भारत-पाकिस्तान संबंधों बल्कि वैश्विक राजनीति पर भी एक महत्वपूर्ण प्रकाश डालती है।
चुनाव में प्रभाव
राहुल गांधी का यह बयान स्पष्ट रूप से चुनावी माहौल पर गहरा असर डाल सकता है। बिहार चुनाव में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। ऐसे में, कांग्रेस इस अवसर का लाभ उठाने की कोशिश कर सकती है, जिससे पार्टी को मतदाताओं में अधिक स्वीकार्यता मिल सके। इस तरह के बयानों से चुनावी रणनीति में बदलाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जो कॉंग्रेस की राजनीतिक स्थिति को मजबूत कर सकती है।
निष्कर्ष
राहुल गांधी का यह बयान और ट्रंप के दावे एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संदेश देते हैं। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि मतदाता इन बयानों को सही संदर्भ में समझें। भारत-पाकिस्तान संबंधों और चुनावी राजनीति पर इसके चलते जागरूक रहना आवश्यक है। यह स्थिति केवल बिहार की राजनीति में सीमित नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण हो सकती है।
अंततः, यह कहा जा सकता है कि राजनीतिक बयानबाजी का प्रयोग चुनावी लाभ के लिए किया जा रहा है। यह घटनाक्रम आगामी चुनावों में भी एक महत्वपूर्ण उदाहरण प्रस्तुत करता है।
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