फिजियोथेरेपी: दर्द से मुक्ति और सक्रिय जीवन का सूत्र - श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की कार्यशाला
देहरादून, 24 सितंबर 2025: “दवा से कहीं अधिक असरदार है नियमित फिजियोथेरेपी, यह न केवल दर्द को कम करती है बल्कि जीवनशैली को फिर से सक्रिय बनाती है।” इसी संदेश के साथ श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल, देहरादून के फिजियोथेरेपी विभाग की ओर से एक दिवसीय सेमिनार सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का […] The post श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में विशेषज्ञ बोले – फिजियोथेरेपी है दर्द से मुक्ति और सक्रिय जीवन की कुंजी appeared first on पर्वतजन.

फिजियोथेरेपी: दर्द से मुक्ति और सक्रिय जीवन का सूत्र - श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की कार्यशाला
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कम शब्दों में कहें तो, नियमित फिजियोथेरेपी दवा की तुलना में अधिक प्रभावी साबित हो रही है। यह न केवल दर्द को कम करती है, बल्कि हमारी जीवनशैली को सक्रिय भी बनाती है।
देहरादून, 24 सितंबर 2025: श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के फिजियोथेरेपी विभाग ने एक दिवसीय सेमिनार सह कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य फिजियोथेरेपी के लाभों को उजागर करना और सामान्य जन को इसके बारे में जागरूक करना था। कार्यक्रम में विशेषज्ञ चिकित्सक एवं फिजियोथेरेपी के जानकारों ने भाग लिया, जिन्होंने उपस्थित लोगों को फिजियोथेरेपी के महत्व के बारे में जानकारी दी।
फिजियोथेरेपी के लाभ
विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि फिजियोथेरेपी एक प्रभावशाली उपचार विधि है जो न केवल शारीरिक दर्द को कम करती है, बल्कि व्यक्ति की समग्र जीवनशैली में भी सुधार करती है। कई मरीजों ने इस कार्यशाला में अपने अनुभव साझा किए और बताया कि किस प्रकार नियमित फिजियोथेरेपी से उनकी दिनचर्या में सक्रियता आई है।
सक्रिय जीवन का महत्व
कार्यशाला के दौरान बताया गया कि हमारी आधुनिक जीवनशैली में तनाव और शारीरिक व्याधियों की बढ़ती संख्या के बीच, फिजियोथेरेपी एक महत्वपूर्ण साधन बनकर उभरी है। यह न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार लाती है। विशेषज्ञों ने कहा कि एक सक्रिय जीवनशैली अपनाने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
कार्यशाला में हुए प्रमुख आकर्षण
कार्यशाला में पेश की गई तकनीकों में मालिश, स्ट्रेचिंग और अन्य फिजियोथेरेपी विधियाँ शामिल थीं। उपस्थित लोगों को इन तकनीकों का प्रदर्शन भी किया गया, ताकि वे घर पर भी इन्हें आसानी से अपना सकें। कार्यक्रम में शामिल सभी प्रतिभागियों ने फिजियोथेरेपी के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी उत्सुकता प्रकट की।
निष्कर्ष
इस प्रकार, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की यह कार्यशाला न केवल स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने का प्रयास थी, बल्कि यह समाज में फिजियोथेरेपी के महत्व को भी रेखांकित करती है। विशेषज्ञों ने यह स्पष्ट किया कि सक्रिय रहना और नियमित फिजियोथेरेपी को अपनाना, व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की ओर ले जाता है।
अतः, यह कहना उचित होगा कि फिजियोथेरेपी एक अनिवार्य हिस्सा है हमारे स्वास्थ्य की देखभाल में। हमें इसे नियमित रूप से अपनाना चाहिए।
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आपकी स्वास्थ्य संबंधी बेहतरी के लिए, टीम The Odd Naari
- राधिका शर्मा