उत्तर कोरिया ने क्रूज मिसाइल परीक्षण का दावा किया
उत्तर कोरिया ने परमाणु हमले की स्थिति में जवाबी कार्रवाई करने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए सामरिक रूप से अहम क्रूज मिसाइल के परीक्षण का शुक्रवार को दावा किया। इससे कुछ ही दिन पहले उत्तर कोरिया ने अमेरिका से ‘‘बढ़ते खतरे’’ का जवाब देने का संकल्प लिया था। आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने कहा कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने बुधवार को देश के पश्चिमी तट पर मिसाइल परीक्षणों की निगरानी की। यह उत्तर कोरिया का इस साल चौथा और अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में दूसरा मिसाइल प्रक्षेपण कार्यक्रम है। केसीएनए ने कहा कि इन प्रक्षेपणों का उद्देश्य ‘‘हमारी सुरक्षा व्यवस्था का गंभीर उल्लंघन करने वाले और टकराव के माहौल को बढ़ावा देने वाले शत्रुओं को उत्तर कोरियाई सेना की जवाबी हमले की क्षमता और उसके परमाणु संचालन की तत्परता के बारे में सूचित करना है।’’ रिपोर्ट में कहा गया है कि किम ने परीक्षण के परिणामों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि सेना को युद्ध तथा अपने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने पिछले शनिवार को आरोप लगाया था कि ट्रंप के सत्ता में आने के बाद से अमेरिका और उसके सहयोगी उत्तर कोरिया को निशाना बनाकर और गंभीर सैन्य उकसावे की कार्रवाई कर रहे हैं।

उत्तर कोरिया ने क्रूज मिसाइल परीक्षण का दावा किया
टैगलाइन: The Odd Naari
लेखक: सिमा रॉय, टीम नीतानागरी
परिचय
उत्तर कोरिया ने हाल ही में अपने नवीनतम क्रूज मिसाइल परीक्षण का दावा किया है, जो यह दिखाता है कि देश अपने सैन्य शक्ति का विस्तार करने में लगा हुआ है। यह परीक्षण ऐसे समय में किया गया है जब अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य काफी संवेदनशील है। इस लेख में, हम इस परीक्षण के महत्व, उत्तर कोरिया की सैन्य रणनीतियों, और इसके संभावित वैश्विक प्रभावों पर चर्चा करेंगे।
क्रूज मिसाइल परीक्षण का विवरण
उत्तर कोरिया ने शनिवार को घोषणा की कि उसने सफलतापूर्वक एक क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया है जो कि 1500 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। इस परीक्षण की पुष्टि एक सरकारी समाचार एजेंसी द्वारा की गई, जिसने कहा कि यह मिसाइल राष्ट्रिय रक्षा के सुधार के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
सैन्य शक्ति का विस्तार
विशेषज्ञों का मानना है कि यह परीक्षण उत्तर कोरिया की सैन्य शक्ति को और मजबूत करने का प्रयास है। उत्तर कोरिया ने एक दशक से अधिक समय से मिसाइल कार्यक्रमों को विकसित किया है। पिछले कुछ महीनों में, उत्तर कोरिया ने कई छोटे और बड़े परीक्षण किए हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि देश अपनी रणनीतिक क्षमताओं को ऊँचा उठाने की कोशिश कर रहा है।
वैश्विक प्रतिक्रिया
इस प्रकार के परीक्षणों पर वैश्विक प्रतिक्रियाएँ विशेष रूप से संवेदनशील होती हैं। दक्षिण कोरिया और जापान जैसे पड़ोसी देशों ने उत्तरी कोरिया के इस कदम की निंदा की है। अमेरिका ने भी इसे एक खतरे के रूप में देखा है, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता को चोट पहुंच सकती है। इस स्थिति में, भारत जैसे देशों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपने सुरक्षा हितों को भी ध्यान में रखें।
निष्कर्ष
उत्तर कोरिया का यह क्रूज मिसाइल परीक्षण स्पष्ट रूप से अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा परिदृश्य को प्रभावित कर सकता है। जब दूसरे देश सामरिक संतुलन की चर्चा कर रहे हैं, उत्तर कोरिया की इस तरह की सैन्य गतिविधियों से संभावित तनाव बढ़ने की संभावना है। आने वाले दिनों में, वैश्विक समुदाय इस पर और चर्चा करेगा। आगे की जानकारी के लिए, theoddnaari.com पर नज़र रखते रहें।