आजम खान की रिहाई के बाद की बातें: बीवी का नंबर तक भूल गए

समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां को लगभग दो साल के बाद सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा कर दिया गया। जेल से बाहर आने के बाद से ही आजम खान लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। आजम की जमानत पर सपा से लेकर बीजेपी तक के नेताओं की तरफ से लगातार टिप्पणी सामने आ रही है। अपनी बेबाक बयानबाजी के लिए जाने जाने वाले आजम खान ने भी जेल से बाहर आने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है। आगे की राजनीति, मुकदमों से लेकर अखिलेश यादव संग बातचीत को लेकर आजम खान से मीडिया द्वारा सवाल किए गए। मीडिया से बात करते हुए आजम खान ने मुकदमों के साथ-साथ अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी से रिश्ते पर भी बात की। समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने कहा कि जहां तक मुकदमों का सवाल है उन मुकदमों में अगर कोई दम होता तो मैं आज बाहर नहीं दिखता। छोटी अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मुझे इंसाफ मिलने की उम्मीद है। एक दिन मैं बेदाग हो जाऊंगा। इसे भी पढ़ें: मोदी से मेलोनी तक, जिस वक्त हिंसा की आग में जल रहे इटली के 10 शहर, भारत में I Love Muhammad के नाम पर मचा है बवालअखिलेश यादव का फोन आया या नहीं इस पर उन्होंने कहा कि पांच साल तक जेल में रहने से वह मोबाइल चलाना तक भूल गए हैं। उन्होंने कहा कि अब मुझे सिर्फ अपनी पत्नी का नंबर याद है। आजम खान ने कहा मैं बड़ा आदमी नहीं बड़ा खादिम (सेवक) हूं। उन्होंने यह भी कहा कि अभी तो पहले अपना इलाज करवाऊंगा। वह बड़ी पार्टी के बड़े नेता हैं। मेरे जैसे छोटे आदमी के लिए बात करेंगे तो उनका बड़प्‍पन है। इसे भी पढ़ें: फिर से जंगल राज, गुंडा राज नहीं देखना चाहता UP, आजम खान की रिहाई पर अखिलेश के रिएक्शन पर रवि किशन का पलटवारकभी उत्तर प्रदेश के प्रभावशाली मंत्री रहे आजम खां लगभग दो साल जेल में रहने के बाद दोपहर रिहा कर दिये गये। सफेद कुर्ता-पायजामा और काले रंग का चश्मा व वेस्टकोट पहने खां एक निजी वाहन में सवार होकर जेल परिसर से बाहर निकले और रामपुर रवाना हो गए। खां देर शाम रामपुर स्थित अपने आवास पर पहुंचे तो उनके समर्थकों ने ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे लगाये। समर्थकों के हुजूम की वजह से खां बड़ी मशक्कत के बाद अपने घर के अंदर दाखिल हो सके।  

आजम खान की रिहाई के बाद की बातें: बीवी का नंबर तक भूल गए
आजम खान की रिहाई के बाद की बातें: बीवी का नंबर तक भूल गए

आजम खान की रिहाई के बाद की बातें: बीवी का नंबर तक भूल गए

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कम शब्दों में कहें तो, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान को लगभग दो साल बाद सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा किया गया है। जेल से बाहर आते ही, वह मीडिया की सुर्खियाँ बन गए हैं।

समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां को लगभग दो साल के बाद सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा कर दिया गया। जेल से बाहर आने के बाद से ही आजम खान लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। जैसे ही आजम खान ने जेल से बाहर कदम रखा, पार्टी के अंदर और बाहर के नेताओं ने उनकी जमानत पर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएँ दी हैं। अपनी बेबाक बयानबाजी के लिए जाने जाने वाले आजम खान ने जेल से बाहर आने के बाद कुछ विचार साझा किए हैं।

आजम खान की टिप्पणी और उनकी उम्मीदें

मीडिया से बात करते हुए आजम खान ने कई मुद्दों पर अपनी बातें साझा कीं, खासकर अपनी राजनीतिक स्थिति और मुकदमों के संदर्भ में। उन्होंने कहा, "जहां तक मुकदमों का सवाल है, अगर उनमें कोई दम होता, तो मैं आज बाहर नहीं होता। छोटी अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मुझे इंसाफ मिलने की उम्मीद है।" उनके शब्दों में स्पष्टता थी और उन्होंने यह भी कहा कि एक दिन वह बेदाग हो जाएंगे।

अखिलेश यादव से बातचीत का जिक्र

जब उनसे पूछा गया कि क्या अखिलेश यादव का फोन आया था, तो उन्होंने कहा कि पांच साल जेल में रहने के कारण वह मोबाइल चलाना भूल गए हैं। उन्होंने मजाक में कहा, "अब मुझे सिर्फ अपनी पत्नी का नंबर याद है।" यह टिप्पणी उनके सहज और विनोदी स्वभाव को दर्शाती है।

राजनीतिक पहचान और सेवक का भाव

आजम खान ने स्पष्ट किया कि वह "बड़ा आदमी नहीं, बड़ा खादिम (सेवक) हैं।" उन्होंने कहा कि पहली प्राथमिकता तो अपना इलाज करवाना है। उनकी यह बातें दिखाती हैं कि वे अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे रहे हैं और राजनीतिक दबाव से दूर रहना चाह रहे हैं।

साझेदारों का समर्थन

रामपुर पहुंचने पर उनके समर्थकों ने 'इंकलाब जिंदाबाद' के नारे लगाए। यह आजम खान की राजनीतिक पहचान और उनके समर्थकों के प्रति उनके प्रति प्रेम को दर्शाता है। हालांकि, समर्थकों के हुजूम की वजह से वे अपने घर के अंदर दाखिल होने के लिए संघर्ष कर रहे थे।

आजम खान की जमानत और जेल से छूटने की प्रक्रिया उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना है। उनकी बातें और नजरिया राजनीति के बदलते समीकरणों को दर्शाते हैं। उनके अनोखे दृष्टिकोण से स्पष्ट है कि वे समाजवादी पार्टी और अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि को लेकर कितने सकारात्मक हैं।

इस स्थिति पर आगे की चर्चा के लिए, और अधिक अपडेट के लिए, हमारे वेबपोर्टल पर नजर रखें: The Odd Naari.

हमें उम्मीद है कि आजम खान का भविष्य उनके आदर्शों और सिद्धांतों के अनुसार महानतम होगा।

टीम द ओड नारी