Pahalgam Terror अटैक के बाद आगे क्या? अमेरिका को पता चला भारत लेगा पाकिस्तान पर कैसा एक्शन!
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत का एक्शन लगातार जारी है। भारत सरकार ने जहां डिप्लोमैटिक स्तर पर पाकिस्तान के खिलाफ कई कदम उठाए। सिंधु जल समझौते को रद्द करने का ऐलान किया। इसके अलावा अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया। वहीं पाकिस्तान के राजनयिकों और मिलिट्री अटाचे को भारत छोड़ने का आदेश दिया है। पाकिस्तान के वीजा को तत्काल प्रभाव से कैंसल करते हुए सभी पाकिस्तानियों को देश छोड़ने का आदेश दे दिया है। अब भारत सैन्य स्तर पर क्या कार्रवाई करेगा इसका आंकलन हर कोई करेगा। हालांकि इस बात की आशंका हर किसी को है कि भारत किसी न किसी तरह से पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई जरूर करेगा। इसी बीच अमेरिका ने जो कदम उठाया है उसने इस हवा को और तेज कर दिया है कि सीमा पर कुछ बड़ा होने वाला है। इसे भी पढ़ें: Pahalgam Terror Attack: अब सड़के खाली, दुकानें बंद, हर तरफ पसरा सन्नाटा, आतंकी हमले के बाद ऐसा है पहलगामजिस तरह से देर रात अमेरिका की ओर से ट्रैवल एडवाइजरी जारी की गई। उससे ये बात पता चलती है कि हालात बिल्कुल भी अच्छे नहीं हैं और आने वाले दिनों में यहां कुछ बड़ा हो सकता है। अमेरिका की ओर से जो एडवाइजरी जारी की गई उसमें कहा गया कि 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में जो आतंकी हमला हुआ और जिस तरह से जानकारी सामने आई उसमें कई लोगों की मौत हुई। हर कोई हाई अलर्ट पर जा चुका है। अमेरिका ने हिंसक अशांति की आशंका के मद्देनजर इस केंद्रशासित प्रदेश के लिए और भारत-पाकिस्तान सीमा के 10 किलोमीटर के दायरे में यात्रा नहीं करें संबंधी परामर्श जारी किया है। अमेरिका के विदेश विभाग की ओर से अमेरिकी नागरिकों के लिए जारी ताजा परामर्श में कहा गया है कि जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवादी हमले और हिंसक नागरिक अशांति संभव है। इस राज्य की यात्रा न करें (पूर्वी लद्दाख क्षेत्र और इसकी राजधानी लेह की यात्राओं को छोड़कर) और भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर यह आम बात है। यह कश्मीर घाटी के पर्यटन स्थलों: श्रीनगर, गुलमर्ग और पहलगाम में भी होती है।इसे भी पढ़ें: अटारी चेक पोस्ट की जाएगी बंद, पाकिस्तान के साथ सिंधू जल समझौता रोका जाएगा, भारतीय विदेश मंत्रालय का बड़ा ऐलानआखिर में ये बात अमेरिका की ओर से बेहद सख्त लहजे में लिखी गई है कि अमेरिकी सरकार अपने नागरिकों को ये चेतावनी देती है कि वो किसी भी तरह से जम्मू कश्मीर में यात्रा न करें। स्थानीय मीडिया के अपडेट्स को देखते रहे। अपने आसपास के माहौल को देखकर सर्तक रहे। पर्यटकों वाले इलाकों में खासी सतर्कता बरते। ऐसे में अमेरिका ने अपने नागरिकों को एक चेतावनी के तौर पर जम्मू कश्मीर जाने से मना तो कर दिया है। लेकिन सवाल ये है कि पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर जो बातचीत हुई थी क्या उसमें किसी रूप से किसी एक्शन प्लान पर भी बात हुई है और क्या अमेरिका को भारत की किसी भी तरह की कोई सैन्य कार्रवाई की जानकारी है।

Pahalgam Terror अटैक के बाद आगे क्या? अमेरिका को पता चला भारत लेगा पाकिस्तान पर कैसा एक्शन!
The Odd Naari
लेखिका: दीप्ति शर्मा, टीम नेतानागरी
परिचय
पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस घटना के बाद, लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि भारत सरकार अब क्या कार्रवाई करेगी, खासकर जब अमेरिका को यह जानकारी मिली है कि भारत जवाबी कार्रवाई की योजना बना रहा है।
पहलगाम आतंकवादी हमला
पहलगाम, जिसे जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत गंतव्यों में से एक माना जाता है, में जो हमला हुआ, उसने कई निर्दोष नागरिकों की जान ली। यह घटना न केवल शांति और सुरक्षात्मक स्थिति को खतरे में डालती है, बल्कि इससे क्षेत्र में आतंकवाद की गंभीरता पर भी सवाल उठते हैं। सरकार ने कड़ी निंदा की है और हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात की है।
भारत की संभावित कार्रवाई
इस हमले के बाद, भारत के पास कई विकल्प हैं। सबसे पहले, भारत पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कूटनीतिक कदम उठा सकता है। इसके अलावा, आतंकवादी संगठनों के खिलाफ ऐसा कोई सीमापार कार्रवाई भी किया जा सकता है। अमेरिका ने भारत को इस मामले में सहयोग देने की पेशकश की है, जिससे यह संभावना और भी बढ़ जाती है।
अमेरिका की भूमिका
अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि वह भारत के साथ खड़ा है और पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ और सख्त कदम उठाने के लिए प्रेरित कर सकता है। इससे यह भी प्रमाणित होता है कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत की मंशा समझता है और उसे समर्थन देने के लिए तैयार है। यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है और यह देखने योग्य होगा कि भारत इसे अपने लाभ में कैसे बदलता है।
विविधता और सुरक्षा
सिर्फ कूटनीतिक उपाय ही नहीं, भारत को अपने आंतरिक सुरक्षा को भी मजबूत करने की आवश्यकता है। यह घटनाएं हर बार यह दर्शाती हैं कि आंतरिक सुरक्षा में किस तरह की खामियां हैं। सरकार को इस दिशा में सख्त कदम उठाने और नई नीतियों का निर्धारण करने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
पहलगाम आतंकवादी हमले ने निसंदेह भारत के समक्ष कई गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। अमेरिका के समर्थन के साथ, भारत को अपना कूटनीतिक और सैन्य दोनों मोर्चे पर मजबूती से खड़ा रहना होगा। आने वाले दिनों में भारत और पाकिस्तान के संबंध किस दिशा में जाएंगे, यह देखना दिलचस्प होगा। इस मामले में जो भी कदम उठाए जाएंगे, वह न केवल सुरक्षा बल्कि पूरे क्षेत्र की स्थिति को प्रभावित करेंगे।
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