Bihar News: बिहार के किसानों का तकनीकी विकास, नए संस्थानों में मिलेगी ट्रेनिंग
Bihar News: आरा में डीएम तनय सुल्तानिया की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. इसमें किसानों को नई तकनीक सीखने और खेती में सुधार लाने के लिए कई योजनाओं पर बात की गई. बैठक का उद्देश्य था कि किसानों को आधुनिक जानकारी और प्रशिक्षण देकर उनकी आय बढ़ाई जा सके. किसानों को ट्रेनिंग के लिए दुसरे राज्यों के संस्थानों में भेजा जाएगा. The post Bihar News: अब बिहार के किसान बढ़ेंगे तकनीकी विकास की ओर, इन राज्यों के इंस्टिट्यूट में मिलेगी ट्रेनिंग appeared first on Prabhat Khabar.

Bihar News: बिहार के किसानों का तकनीकी विकास, नए संस्थानों में मिलेगी ट्रेनिंग
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कम शब्दों में कहें तो, बिहार के किसान अब तकनीकी विकास के नए आयामों में प्रवेश कर रहे हैं। आरा में डीएम तनय सुल्तानिया की अध्यक्षता में किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य किसानों को नई तकनीकों से अवगत कराते हुए उनकी आय में वृद्धि करना है।
किसानों को मिलेगा तकनीकी प्रशिक्षण
बैठक में यह तय किया गया कि किसानों को नई खेती की तकनीक सीखने के लिए राज्य के बाहर और भीतर विभिन्न रिसर्च इंस्टीट्यूट में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें समाहित हैं दलहन अनुसंधान केंद्र कानपुर, सब्जी अनुसंधान केंद्र वाराणसी, बीज अनुसंधान केंद्र मऊ, नरेन्द्र देव कृषि विश्वविद्यालय फैजाबाद, पशु चिकित्सा अनुसंधान केंद्र इज्जतनगर, और औषधीय पौधों का केंद्र लखनऊ। इसके साथ ही, बिहार में भी प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी जैसे कि पटना का पशु चिकित्सा कॉलेज, सबौर का कृषि विश्वविद्यालय और आईसीएआर पटना में।
प्रगतिशील किसानों का अनुभव साझा
डीएम ने बैठक में यह भी कहा कि जो किसान नई तकनीक अपनाकर सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं, उनके खेतों का भ्रमण कराया जाएगा ताकि अन्य किसान भी उनसे सीख सकें। इसके लिए कई संबंधित विभाग जैसे पशुपालन, मछली पालन, कृषि विज्ञान केंद्र और उद्योग विभाग को जिम्मेदारी दी गई है।
महिलाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण की योजना
महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए विशेष प्रशिक्षण योजनाओं की भी चर्चा की गई। सभी प्रखंडों में किसानों के लिए कार्यक्रम आयोजित कर खेती से जुड़ी जानकारी साझा की जाएगी। रबी फसल के मौसम के दौरान किसानों को चौपाल कार्यक्रमों के माध्यम से तकनीकी जानकारी साझा करने पर बल दिया जाएगा। विशेषकर, महिला किसानों को मशरूम खेती पर प्रशिक्षण दिया जाएगा और उनके उत्पाद बेचने की व्यवस्था भी की जाएगी। बैठक में उपाध्यक्ष डीडीसी, ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, पशुपालन एवं मत्स्य विभाग के अधिकारी, बैंक प्रबंधक और अन्य लोग मौजूद रहे।
किसानों की इस नई तकनीकी दिशा में कदम बढ़ाने से न केवल उनकी आय में इजाफा होगा, बल्कि यह कृषि क्षेत्र में भी एक सकारात्मक बदलाव लाएगा। बिहार में कृषि में नवाचार के लिए यह एक बड़ा अवसर साबित हो सकता है।
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Team The Odd Naari