2030 तक ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ का एक नया आर्थिक प्रयास और 100 करोड़ रुपये टर्नओवर लक्ष्य
The post 2030 तक ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ का 100 करोड़ टर्नओवर लक्ष्य appeared first on Avikal Uttarakhand. अविकल उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के अंब्रेला ब्रांड ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ का टर्नओवर वर्ष 2030 तक 100 करोड़ रुपये करने का लक्ष्य तय करते हुए इसके उत्पादों… The post 2030 तक ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ का 100 करोड़ टर्नओवर लक्ष्य appeared first on Avikal Uttarakhand.

2030 तक ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ का एक नया आर्थिक प्रयास और 100 करोड़ रुपये टर्नओवर लक्ष्य
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कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में राज्य के प्रतिष्ठित ब्रांड ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ के लिए 2030 तक 100 करोड़ रुपये का टर्नओवर लक्ष्य निर्धारित किया है। यह पहल केवल ब्रांड को ही नहीं बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था और स्थानीय उद्यमिता को भी नई दिशा देने में सहायक होगी।
हाउस ऑफ हिमालयाज: एक महत्वाकांक्षी योजना
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की इस योजना के अंतर्गत, 'हाउस ऑफ हिमालयाज' को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों का उत्पादन करने और वैश्विक बाजारों में स्थान बनाने के लिए ठोस रणनीतियों का कार्यान्वयन करना होगा। अंब्रेला ब्रांड के तहत तैयार किए गए उत्पादों को सही तरीके से विपणन करने की पहले से ज्यादा आवश्यकता महसूस हो रही है।
उत्पादों की गुणवत्ता और विपणन रणनीतियों का महत्व
मुख्यमंत्री ने ग्राम्य विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा करते समय जोर देकर कहा कि उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार, कई तरह की मार्केटिंग रणनीतियों की आवश्यकता है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा को देखते हुए, ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ को उचित मूल्य और उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने की दिशा में बढ़ना होगा। उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करना ही 'ग्रोथ सेंटर योजना' और 'मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना' के कार्यान्वयन का मुख्य उद्देश्य है।
महिला उद्यमिता को प्रोत्साहन
महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना भी योजनाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मुख्यमंत्री ने ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस योजना’ के अंतर्गत महिलाओं को प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और बाजार तक पहुंच प्रदान करने का निर्देश दिया। हाल ही में, राज्य में 1.65 लाख महिलाओं को 'लखपति दीदी' का दर्जा दिया गया है और आगामी वर्षों में एक लाख और महिलाओं को इसी श्रेणी में लाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा गया है।
ग्रामीण आजीविका और रोजगार के अवसरों का सुधार
ग्रामीणों की आजीविका को बढ़ावा देने के लिए ‘डोर स्टेप डिलीवरी सिस्टम’ को मजबूत बनाने की आवश्यकता है। इसके अलावा, राज्य में उल्टे पलायन को रोकने और ग्रामीण क्षेत्र के विकास पर बल दिया जा रहा है। 'हाउस ऑफ हिमालयाज' के तहत विशेष रूप से 150 से अधिक उत्पादों को जोड़ा जा रहा है जिसका उद्देश्य स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाना है।
भविष्य में योजनाओं की रूपरेखा
प्रमुख योजना के तहत, अगले तीन वर्षों में 15,000 ग्रामीण उद्यमों को मदद पहुंचाने का लक्ष्य है। यह पहल न केवल महिलाओं के लिए लाभकारी है, बल्कि यह ग्रामीण समुदाय के सभी सदस्यों के लिए बड़े फायदे का Source of Employment बनेगी।
एक महत्वाकांक्षी 100 करोड़ रुपये का टर्नओवर लक्ष्य, न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाएगा, बल्कि यह महिला उद्यमिता को भी प्रेरित करेगा और आर्थिक विकास को नए आयामों में ले जाएगा।
निष्कर्ष
इस योजना से उत्तराखंड के कृषि और अन्य घरेलू उत्पादों को एक बड़ा बाजार मिल सकेगा, जिससे अब तक उपेक्षित उत्पादों को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिलेगी। यही नहीं, बल्कि यह महिलाओं के लिए नए रोजगार के अवसर भी खोलेगा। आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में, उत्पादों की गुणवत्ता, उत्कृष्टता तथा नवाचार पर ध्यान केंद्रित करना अत्यंत महत्वपूर्ण होगा।
भविष्य के इस सकारात्मक परिवर्तन को सुनिश्चित करने के लिए, हमें 'हाउस ऑफ हिमालयाज' के इस प्रोजेक्ट का समर्थन करना चाहिए ताकि हमारी राज्य की विकास में कोई कमी न आए।
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सादर,
टीम The Odd Naari (सर्वेश्वरी)