हिंदी गाना सुनती ही नाचने लगता हूं, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने भारत आकर दिखाया अपना DNA टेस्ट, चौंक गया भारत
गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो ने जाने से ठीक पहले एक ऐसा ऐलान कर दिया है, जिसने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है। किसी को उम्मीद नहीं थी कि जाने से पहले प्रबोवो सुबियांतो अपने बारे में एक ऐसा खुलासा करेंगे जो भारत समेत कई इस्लामिक देशों में तहलका मचा देगा। प्रबोवो सुबियांतो ने कहा कि कुछ हफ्ते पहले मैंने अपना जेनेटिक सीक्वेंसिंग टेस्ट और डीएनए टेस्ट करवाया था। इन टेस्ट की रिपोर्ट आई तो मुझे पता चला कि मेरा डीएनए भारतीय है। दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतोका डीएनए भारतीय निकला है। प्रबोवो सुबियांतो का ये बयान सुनकर वहां बैठे पीएम मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी हैरान हो गए। इसे भी पढ़ें: राफेल, अपाचे, डोनियर, सुखोई-30... भारत के हथियार देखते ही इंडोनेशिया के राष्ट्रपति का ऐसा था रिएक्शनराष्ट्रपति मुर्मू की ओर से आयोजित रात्रिभोज में सुबियांतो ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने कहा कि कुछ हफ्ते पहले मैंने अपना डीएनए परीक्षण करवाया और उन्होंने मुझे बताया कि मेरे पास भारतीय डीएनए है। ये हर कोई जानता है कि जब मैं भारतीय संगीत सुनता हूं तो मैं नाचना शुरू कर देता हूं। यह मेरे भारतीय जीन का हिस्सा होगा। इस बात पर प्रधानमंत्री मोदी समेत सभी मेहमान हंसी में डूब गए। उन्होंने कहा कि हमारी भाषा का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा संस्कृत से आया है। कई इंडोनेशियाई नाम संस्कृत नाम हैं। हमारे दैनिक जीवन में, प्राचीन भारतीय सभ्यता का प्रभाव बहुत मजबूत है।इसे भी पढ़ें: आजादी की लड़ाई, Brics में स्थायी सदस्यता का समर्थन...सामने खड़े थे मोदी, इंडोनेशियाई राष्ट्रपति एक लाइन से गिनाने लगे भारत के एहसानप्रबोवो सुबियांतो का बयान साबित करता है कि भारत का हिंदू धर्म कहां तक फैला था। सबके पूर्वज कौन थे? जानकारी के लिए बता दें कि 90 फीसदी मुस्लिम आबादी वाला इंडोनेशिया एक तरह से रामभक्त है। इंडोनेशिया में आज भी रामायण का मंचन होता है। इंडोनेशिया में हिंदू धर्म की जड़े काफी पुरानी हैं। बताया जाता है कि इंडोनेशिया में छोटे बड़े सब मिलाकर हजार से लेकर डेढ़ हजार तक मंदिर हैं। इंडोनेशिया पर एक समय में हिंदू राजा ही शासन करते थे। चोल साम्राज्य के राजाओं ने न केवल इंडोनेशिया बल्कि श्रीलंका, मलेशिया, मालदीव पर भी शासन किया था। यहां तक की अफगानिस्तान में भी हिंद राजा राज करते थे। कंबोडिया की बड़ी आबादी भी शिवभक्त थी। फिलिपींस और वियतमान में भी सनातन धर्म की छाप मिलती है। यहां तक की थाईलैंड में जो मंदिर है वहां भी हिंदू धर्म का प्रभाव दिखता है। यानी इन सभी देशों के लोगों का डीएनए टेस्ट करवाया जाए तो नतीजे चौंकाने वाले मिल सकते हैं। इन सब का डीएनए भारतीय ही निकल सकता है।

हिंदी गाना सुनती ही नाचने लगता हूं, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने भारत आकर दिखाया अपना DNA टेस्ट, चौंक गया भारत
The Odd Naari, लेखन टीम: नेतनागरी
परिचय
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने हाल ही में भारत का दौरा किया, जिसने एक नई चर्चा का विषय बना दिया है। राष्ट्रपति विडोडो ने अपने भारतीय दौरे पर एक अनोखा खुलासा किया, जिसमें उन्होंने अपने डीएनए टेस्ट के परिणाम साझा किए। यह न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन के बारे में जानकारी दी, बल्कि इससे भारत और इंडोनेशिया के बीच के रिश्तों पर भी प्रकाश डाला।
जोको विडोडो का अनोखा खुलासा
राष्ट्रपति विडोडो ने भारत में अपने डीएनए टेस्ट के परिणाम को साझा करते हुए कहा, "हिंदी गाना सुनती ही नाचने लगता हूं।" इस बयान ने सबको चौंका दिया और सोशल मीडिया पर यह वाक्य तेजी से वायरल हो गया। उन्होंने बताया कि कैसे भारतीय संगीत और संस्कृति के प्रति उनका प्यार उन्हें अपने पौराणिक संस्कारों की याद दिलाता है।
भारतीय संस्कृति से जुड़ाव
राष्ट्रपति विडोडो ने अपने दौरे के दौरान भारतीय संस्कृति की प्रशंसा की और कहा कि "भारत और इंडोनेशिया के बीच की समानताएँ अनगिनत हैं।" उन्होंने बताया कि भारतीय संगीत न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह भिन्नताओं को खत्म करने और सांस्कृतिक संबंध स्थापित करने में भी मदद करता है। उन्होंने यह भी कहा कि वे भारत के पारंपरिक संगीत के एक बड़े प्रशंसक हैं।
डीएनए टेस्ट का महत्व
राष्ट्रपति विडोडो ने अपने डीएनए टेस्ट के परिणाम को एक प्रतीक के रूप में दर्शाया जो दोनों देशों के बीच की सांस्कृतिक संवाद को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह टेस्ट दिखाता है कि हमारे पूर्वजों के बीच कितना गहरा संबंध रहा है। विडोडो ने कहा कि "यह केवल एक टेस्ट नहीं है, बल्कि यह हमारे बीच के बंधन को स्थिर करता है।"
भारत की प्रतिक्रिया
भारत में राष्ट्रपति विडोडो के इस अनोखे खुलासे पर विविध प्रतिक्रियाएँ आई हैं। कई लोगों ने उनके डीएनए टेस्ट को एक शानदार पहल माना है, जबकि कुछ ने सवाल उठाया कि क्या यह केवल एक राजनीतिक पैंतरा है। लेकिन कुल मिलाकर, उनके इस कदम ने भारत और इंडोनेशिया के बीच संबंधों को और मजबूत किया है।
निष्कर्ष
जोको विडोडो का भारत दौरा और उनके डीएनए टेस्ट का खुलासा निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण घटना है। यह न केवल दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देता है, बल्कि यह दर्शाता है कि संगीत और कला के माध्यम से कितनी गहरी समझ और बंधन बनाए जा सकते हैं। हम भविष्य में और ऐसे संबंधों की आशा रख सकते हैं, जो सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ावा देंगे।
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