सीमांत चमोली में नंदानगर तहसील में बादल फटने से विकराल स्थिति, 5 लापता

The post सीमांत चमोली की नंदानगर तहसील में फिर फटा बादल appeared first on Avikal Uttarakhand. नंदानगर में पांच लोग लापता , दो घायल देखें वीडियो, सेरा व धुर्मा गांव में भारी नुकसान अविक्ल उत्तराखण्ड गोपेश्वर। आपदा से पहले से कराह रहे जिले के नंदानगर प्रखंड… The post सीमांत चमोली की नंदानगर तहसील में फिर फटा बादल appeared first on Avikal Uttarakhand.

सीमांत चमोली की नंदानगर तहसील में फिर फटा बादल

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - The Odd Naari

कम शब्दों में कहें तो, चमोली जिले के नंदानगर तहसील में एक बार फिर बारिश ने कहर बरपाया है। बादल फटने के कारण 5 लोग लापता हैं और 2 लोग घायल हो गए हैं।

गोपेश्वर: 17 सितम्बर की रात, चमोली के नंदानगर प्रखंड में हुई भारी बारिश के चलते कई स्थानों पर बादल फट गए। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, नंदानगर नगर पंचायत के वार्ड कुन्तरि लगाफाली में भारी मलबा आने से 6 भवन क्षतिग्रस्त हुए हैं।

नंदानगर के धुर्मा गांव में भी स्थिति अत्यंत गंभीर है। यहां भी भारी बारिश के कारण 4-5 भवनों को नुकसान पहुंचा है। हालांकि, जनहानि की कोई जानकारी नहीं है। दूसरी ओर, मोक्ष नदी का जलस्तर भी बढ़ चुका है, जो चिंता की वजह बन गया है।

प्रशासनिक स्तर पर इन सूचनाओं की पुष्टि की जा रही है। फिलहाल, प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज किया जा रहा है। बांजबगड़ और मोख धुर्मा जैसी अन्य जगहों पर बादल फटने से भयावह स्थिति उत्पन्न हो गई है। स्थानिय ग्रामीणों ने जिलाधिकारी संदीप तिवारी से खुद राहत पहुंचाने की अपील की है।

ज्ञात हो कि सेरा गांव, जो मोक्ष नदी के किनारे स्थित है, वहां नुकसान की खबरें सबसे ज्यादा आई हैं। जुलाई में यहां पहले भी बड़ा हादसा हो चुका था, तब भी गांव के लोग संकट में थे। अब एक बार फिर प्राकृतिक आपदा ने उन्हें बेघर कर दिया है।

पिछली रिपोर्ट्स के अनुसार, सेरा गांव में महिपाल सिंह, अवतार सिंह, और पुष्कर के घर खतरे में हैं। लोगों ने किसी तरह रात के अंधेरे में अपने प्राणों की रक्षा की। धुर्मा गांव में भी कई आवासीय भवन असुरक्षित हो गए हैं।

लापता ग्रामीणों की जानकारी

Missing Villagers

बागड़ बस्ती में बादल फटने के कारण भारी मलबा आया, जिससे नदी का रास्ता बदल गया और सेरा गांव के घरों को नुकसान हुआ। नंदानगर के अन्य क्षेत्रों जैसे कुंतरी, फफाली, और बांजबगड़ में भी स्थितियां गंभीर बनने लगी हैं। लोग जंगलों की ओर भागने लगे।

आपदा के बाद पूरे इलाके का संपर्क कट गया है। बिजली आपूर्ति ठप हो गई है और सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। सेरा के पेट्रोल पंप में मलबा जमा हो गया है और मोबाइल सेवाएं बाधित हैं। प्रशासन को सूचना पहुंचना मुश्किल हो रहा है।

हालात बेहद गंभीर हैं। स्थानीय लोग सहमे हुए हैं और प्रशासन की ओर देख रहे हैं। पीड़ितों की आंखों में आंसू हैं और उनकी सहायता की आवश्यकता अत्यंत आवश्यक है।

जैसे ही प्रशासन को स्थिति का आकलन करते हुए और जानकारी मिलेगी, अपडेट्स प्रदान किए जाएंगे। इस संकट के समय में हम सभी को मिलकर मदद करनी होगी।

पढ़ें, आपदा से जुड़ी अन्य खबरें

रास्ते बाधित लेकिन गंभीर मरीज सुरक्षित देहरादून पहुंचाए

लेखिका: Anita Sharma, Team The Odd Naari