भारत बनेगा AI में शीर्ष 5 देशों में, ज्योतिरादित्य सिंधिया का महत्वपूर्ण बयान

नई दिल्ली। नई दिल्ली में आयोजित चौथे कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन में केंद्रीय संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने 'Communications: Emerging Technologies' विषय पर अपने विचार रखे। केन्द्रीय मंत्री ने सम्मेलन की थीम 'Seeking Prosperity in Turbulent Times' पर बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दूरदर्शिता और दृढ़ संकल्प के साथ भारत ने वैश्विक चुनौतियों को अवसरों में बदला है। आत्मनिर्भर भविष्य की दिशा में भारत का सेमीकंडक्टर मिशनसिंधिया ने कोविड महामारी के समय के अनुभवों का उल्लेख करते हुए कहा कि उस दौर में उद्योग से लेकर शिक्षा तक सब कुछ एक छोटी सी माइक्रोचिप पर निर्भर था। भारत ने इस चुनौती को अवसर में बदला और ₹76,000 करोड़ के 'भारत सेमीकंडक्टर मिशन' की शुरुआत की। इस मिशन के तहत विभिन्न राज्यों में सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन यूनिट्स स्थापित की जा रही हैं और 85,000 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अब तक इस क्षेत्र में ₹1.6 लाख करोड़ से अधिक का निवेश हो चुका है, जिससे भारत आत्मनिर्भर और भविष्य के लिए तैयार अर्थव्यवस्था बन रहा है।आर्थिक मजबूती और वैश्विक नेतृत्वकेन्द्रीय मंत्री ने कहा कि आज का वैश्विक परिदृश्य संघर्ष, संरक्षणवाद, जलवायु संकट और मुद्रास्फीति जैसी चुनौतियों से भरा है, लेकिन भारत ने इस अनिश्चितता में भी 7.8% की जीडीपी वृद्धि हासिल की है। भारत अब न्याय और समानता की आवाज के रूप में ग्लोबल साउथ का केंद्रबिंदु बन चुका है। सिंधिया ने कहा, 'भारत केवल निवेश का गंतव्य नहीं है, यह विश्व के लिए दिशा, एक दृष्टि और मिशन है जो समृद्धि का मार्ग दिखाता है।'संचार क्षेत्र: विकास और समावेशन का इंजनभारत के पास आज 1.22 अरब टेलीफोन ग्राहक और 94.4 करोड़ ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ता हैं, जो पिछले दशक में पंद्रह गुना वृद्धि को दर्शाते हैं। भारत ने दुनिया का सबसे तेज 5G रोलआउट किया है, सिर्फ 22 महीनों में 99.8% जिलों को जोड़ा है। डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, जैसे UPI, अब सालाना 260 अरब से अधिक लेनदेन कर रहा है, जो दुनिया के कुल डिजिटल लेनदेन का 46% है। सिंधिया ने कहा कि भारत ने समावेशन और सशक्तिकरण के माध्यम से नवाचार का वैश्विक केंद्र बनने का गौरव हासिल किया है।बीएसएनएल और स्वदेशी 4G स्टैक: आत्मनिर्भर भारत का प्रतीकसिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत केवल एक दृष्टि नहीं, बल्कि एक मिशन है, जो संकटों को अवसरों में बदलने की क्षमता रखता है। प्रधानमंत्री द्वारा हाल ही में ओडिशा के झारसुगुड़ा में भारत का पहला पूर्णतः स्वदेशी 4G स्टैक लॉन्च किया गया है, जिसे सी-डॉट, टेजस नेटवर्क्स और टीसीएस के सहयोग से विकसित किया गया है। कश्मीर से कन्याकुमारी और भरूच से अरुणाचल तक 92,564 टावर देश के कोने-कोने में स्थापित किए जा चुके हैं।भारत अब उन पांच देशों में शामिल हो गया है, जो पूरी तरह से स्वदेशी टेलीकॉम इकोसिस्टम तैयार करने में सक्षम हैं। बीएसएनएल 17 साल बाद फिर से लाभ में आया है, और उसका ग्राहक आधार 78 लाख से बढ़कर 2.2 करोड़ तक पहुंच गया है। सभी टावर अब 5G में अपग्रेड किए जा सकते हैं।कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI): भारत की स्वदेशी नवाचार क्रांतिकेन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता भविष्य की संचार क्रांति है। 'इंडिया एआई मिशन' के तहत भारत कम्प्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, घरेलू एआई मॉडल, और स्टार्टअप्स व अनुसंधान संस्थानों को सशक्त बना रहा है। निजी क्षेत्र ने अब तक ₹20,000 करोड़ मूल्य के 38,000 GPUs स्थापित किए हैं, और कुल निवेश $10 बिलियन से अधिक होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि एआई को भारतीय भाषाओं और भारतीय जरूरतों के अनुरूप विकसित किया जाना चाहिए।ज्ञान, नवाचार और धैर्य की विरासतकेंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने संबोधन के दौरान भारत की अद्भुत उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज भारत फिनटेक, दूरसंचार, अक्षय ऊर्जा, स्टार्टअप और वैज्ञानिक अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में विश्व पटल पर अपनी अलग पहचान बना चुका है। भारत आज मोबाइल डेटा उपभोग में प्रथम, इंटरनेट उपयोगकर्ताओं और मोबाइल फोन निर्माण में द्वितीय, स्टार्टअप्स और वैज्ञानिक प्रतिभा में तृतीय, तथा अक्षय ऊर्जा क्षमता में चतुर्थ स्थान पर है, यह उपलब्धियां हमारे सामूहिक नवाचार, परिश्रम और नीतिगत स्थिरता का प्रमाण हैं।सिंधिया ने कहा कि भारत 2027 तक विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है। यह इस बात का प्रतीक है कि हमारा देश एक साथ बुद्धि और संपदा दोनों का समन्वय कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की प्रगति का मार्ग स्वदेशी नवाचार, आत्मनिर्भर क्षमताओं और 'वसुधैव कुटुम्बकम' की भावना से प्रेरित वैश्विक दृष्टिकोण पर आधारित है।

भारत बनेगा AI में शीर्ष 5 देशों में, ज्योतिरादित्य सिंधिया का महत्वपूर्ण बयान
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भारत बनेगा AI में शीर्ष 5 देशों में, ज्योतिरादित्य सिंधिया का महत्वपूर्ण बयान

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कम शब्दों में कहें तो केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चौथे कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन में भारत के AI में शीर्ष 5 देशों में शामिल होने का विश्वास व्यक्त किया।

नई दिल्ली का चौथा कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन

नई दिल्ली में आयोजित चौथे कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन में केंद्रीय संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने 'संचार: उभरती हुई तकनीकें' विषय पर अपने विचार साझा किए। इस सम्मेलन की थीम 'Seeking Prosperity in Turbulent Times' पर बोलते हुए सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृष्टि और संकल्प की तारीफ की। उन्होंने कहा कि इस दूरदर्शिता के चलते भारत ने वैश्विक चुनौती को एक अवसर में बदलने में सफलता हासिल की है।

आत्मनिर्भरता की दिशा में सेमीकंडक्टर मिशन

सिंधिया ने कोविड महामारी के दौरान मिली सीखों का संदर्भ देते हुए कहा कि इस समय उद्योग से लेकर शिक्षा तक सभी कुछ एक छोटी सी माइक्रोचिप पर निर्भर था। उन्होंने बताया कि भारत ने इस चुनौती को ₹76,000 करोड़ के 'भारत सेमीकंडक्टर मिशन' की शुरुआत कर अवसर में बदला। इस मिशन के अंतर्गत विभिन्न राज्यों में सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन यूनिट्स स्थापित की जा रही हैं और 85,000 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अब तक इस क्षेत्र में ₹1.6 लाख करोड़ से अधिक का निवेश हो चुका है, जिससे भारत आत्मनिर्भर और भविष्य के लिए तैयार अर्थव्यवस्था बन रहा है।

आर्थिक मजबूती और वैश्विक नेतृत्व

सिंधिया ने उल्लेख किया कि आज का वैश्विक परिदृश्य कई चुनौतियों जैसे संघर्ष, संरक्षणवाद, जलवायु संकट और मुद्रास्फीति से भरा है, लेकिन इसके बीच भी भारत ने 7.8% की जीडीपी वृद्धि दर्ज की है। भारत अब न्याय और समानता की आवाज बन चुका है। सिंधिया ने कहा, 'भारत केवल निवेश का गंतव्य नहीं है, बल्कि यह विश्व के लिए एक दिशा, एक दृष्टि और एक मिशन है जो समृद्धि के लिए मार्ग प्रशस्त करता है।'

संचार क्षेत्र का विकास

भारत के पास आज 1.22 अरब टेलीफोन ग्राहक और 94.4 करोड़ ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ता हैं, जो पिछले दशक में पंद्रह गुना वृद्धि को दर्शाते हैं। भारत ने विश्व का सबसे तेज 5G रोलआउट किया है, सिर्फ 22 महीनों में 99.8% जिलों को जोड़ा है। डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे UPI अब सालाना 260 अरब से अधिक लेनदेन कर रहा है, जो कि वैश्विक डिजिटल लेनदेन का 46% है।

बीएसएनएल और स्वदेशी 4जी स्टैक

सिंधिया ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत केवल एक दृष्टि नहीं, बल्कि एक मिशन है। हाल ही में ओडिशा के झारसुगुड़ा में भारत का पहला पूर्णतः स्वदेशी 4G स्टैक लॉन्च किया गया है। इसका विकास सी-डॉट, टेजस नेटवर्क्स और टीसीएस के सहयोग से किया गया है। भारत अब पांच देशों में शामिल हो चुका है जो पूरी तरह से स्वदेशी टेलीकॉम इकोसिस्टम बनाने में सक्षम हैं। बीएसएनएल ने 17 साल बाद लाभ कमाया है और इसका ग्राहक आधार 78 लाख से 2.2 करोड़ तक बढ़ गया है।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) में भारत की पहल

केंद्रीय मंत्री ने AI को भविष्य की संचार क्रांति बताते हुए 'इंडिया एआई मिशन' का जिक्र किया, जिसके तहत भारत कम्प्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, घरेलू AI मॉडल, और स्टार्टअप्स को सशक्त कर रहा है। इस क्षेत्र ने ₹20,000 करोड़ के 38,000 GPUs स्थापित किए हैं, और कुल निवेश $10 बिलियन से अधिक होने का अनुमान है। उन्होंने एआई को भारतीय भाषाओं और आवश्यकताओं के अनुसार विकसित करने की आवश्यकता बताई।

भारत की अद्वितीय उपलब्धियों पर प्रकाश

सिंधिया ने भारत की अद्भुत उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज भारत फिनटेक, दूरसंचार, अक्षय ऊर्जा, स्टार्टअप और वैज्ञानिक अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना चुका है। भारत मोबाइल डेटा उपभोग में पहले, इंटरनेट उपयोगकर्ताओं और मोबाइल फोन निर्माण में दूसरे, स्टार्टअप्स और वैज्ञानिक प्रतिभा में तीसरे, और अक्षय ऊर्जा क्षमता में चौथे स्थान पर है।

भविष्य की दृष्टि

सिंधिया ने दावा किया कि भारत 2027 तक विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है। यह इस बात का प्रतीक है कि देश एक साथ बुद्धि और संपदा के समन्वय में लगा हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की प्रगति का मार्ग स्वदेशी नवाचार, आत्मनिर्भर क्षमताओं और 'वसुधैव कुटुम्बकम' की भावना से प्रेरित है।

इस प्रकार, ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस संवाद ने न केवल भारत के विकास की दिशा को स्पष्ट किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि सरकार किस प्रकार इन तकनीकी क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए कार्य कर रही है।

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Team The Odd Naari, श्रुति शर्मा