प्रवासियों को भारत भेजते वक्त ट्रंप ने दी क्या सख्त चेतावनी, इस वजह से अमृतसर में ही उतर रहा C-17 विमान

अमेरिका से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लौटते ही एक और अमेरिकी विमान भारतीय अप्रवासियों को लेकर अमृतसर में लैंड करने वाला है। सी 17 अमेरिकी विमान के लैंड करने को लेकर कई तरह के विवाद भी देखने को मिल रहे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमृतसर एयरपोर्ट पर अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर विमान के आने पर कहा कि केंद्र सरकार पंजाव को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ती। वहीं अब सूत्रों के हवाले से दावा ये भी किया जा रहा है कि अमेरिका की तरफ से ये सख्त हिदायत दी गई है कि डिपोर्ट किए गए नागरिकों को लेकर विमान ऐसे किसी शहर में नहीं लैंड करना चाहिए जहां अमेरिकी दूतावास स्थित हो। इसे भी पढ़ें: भारत पर अमेरिका का दूसरा बड़ा एक्शन, मोदी से मीटिंग के बाद भी नहीं माने ट्रंप?सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि निर्वासन उड़ानें किसी भी भारतीय शहर में नहीं उतरनी चाहिए जहां अमेरिकी दूतावास या वाणिज्य दूतावास हैं? इसके पीछे इस बात की दलील दी जा रही है कि अमेरिकियों को डर है कि निर्वासित लोग हवाईअड्डे छोड़ देंगे और सीधे अमेरिकी मिशन या पोस्ट पर जाएंगे और अपने रिश्तेदारों और साथी ग्रामीणों द्वारा समर्थित सैकड़ों की संख्या में शरण मांगेंगे। गौरतलब है कि अमेरिका से 119 अवैध प्रवासियों को लेकर एक विमान शनिवार रात अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरेगा। यह दूसरी बार होगा, जब डोनाल्ड ट्रंप के पिछले महीने अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद भारतीयों को निर्वासित किया जाएगा। इसे भी पढ़ें: 2,200 KM की रेंज और 2,000 KMPH की रफ़्तार, अमेरिका का F-35 चीन के सामने क्या साबित होगा गेमचेंजर?आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विमान के शनिवार रात करीब 10 बजे हवाई अड्डे पर उतरने की उम्मीद है। निर्वासित किए गए लोगों में पंजाब के 67, हरियाणा के 33 , गुजरात के आठ, उत्तर प्रदेश के तीन, गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान के दो-दो तथा हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के एक-एक नागरिक हैं। निर्वासित लोगों को लाने वाले तीसरे विमान के 16 फरवरी को पहुंचने की उम्मीद है। इससे पहले पांच फरवरी को अमेरिका का एक सैन्य विमान भारत के विभिन्न राज्यों के 104 अवैध प्रवासियों को लेकर अमृतसर पहुंचा था। ट्रंप प्रशासन ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत इन लोगों को भारत निर्वासित किया था। इस बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर एक और विमान के अमृतसर हवाई अड्डे पर आने की संभावना पर सवाल उठाया। मान ने केंद्र सरकार पर पंजाब को बदनाम करने का आरोप लगाया। मान ने शुक्रवार शाम अमृतसर में पत्रकारों से कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार हमेशा पंजाब के साथ भेदभाव करती है। वह राज्य को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ती। उन्होंने कहा कि एक साजिश के तहत वे पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।

प्रवासियों को भारत भेजते वक्त ट्रंप ने दी क्या सख्त चेतावनी, इस वजह से अमृतसर में ही उतर रहा C-17 विमान
प्रवासियों को भारत भेजते वक्त ट्रंप ने दी क्या सख्त चेतावनी, इस वजह से अमृतसर में ही उतर रहा C-17 विमान

प्रवासियों को भारत भेजते वक्त ट्रंप ने दी क्या सख्त चेतावनी, इस वजह से अमृतसर में ही उतर रहा C-17 विमान

डेस्क, द ऑड नारी - हाल ही में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रवासियों को वापस भारत भेजने को लेकर एक सख्त चेतावनी दी। इस संदर्भ में जो बड़ा मुद्दा सामने आया है वह यह है कि भारत से लौटते प्रवासियों के लिए अमेरिकी सरकार ने कुछ नई नीतियाँ बनाई हैं। इसी के चलते अमृतसर में C-17 विमान उतर रहा है।

ट्रंप का बयान: प्रवासियों के लिए सख्त नियम

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका में अवैध प्रवासियों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने यह चेतावनी दी कि जो लोग अमेरिका के कानून का पालन नहीं कर रहे हैं, उन्हें हर हाल में वापस भेजा जाएगा। इस तरह की सख्त चेतावनी अमेरिका के आंतरिक सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया जा रहा है। ट्रंप ने यह भी कहा कि जो लोग अमेरिका आना चाहते हैं, उन्हें वैध तरीके से आना होगा और इसके लिए जरूरी दस्तावेज़ दिखाने होंगे।

C-17 विमान का अमृतसर में उतरना

इस दिशा में अमेरिकी सरकार ने C-17 विमान को भेजने का निर्णय लिया है, जो प्रवासियों को वापस भारत भेजने के लिए तैयार है। यह विमान सीधे अमृतसर में ऊतर रहा है। इस कदम का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि गलत तरीके से अमेरिका में प्रवेश करने वाले प्रवासी बिना किसी देरी के अपने घर लौट सकें। सी-17 विमान की यह उड़ान अमेरिका की नई नीति का एक उदाहरण है।

अमृतसर में प्रवासीों की स्थिति

अमृतसर में वापस आ रहे प्रवासियों के लिए एक राहत केंद्र खोला जाएगा, जहां उन्हें सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी। प्रवासी बाहुल्य क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि यह कदम अमृतसर में प्रवासियों की स्थिति में सुधार लाएगा। इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन ने प्रवासियों की वापसी को ध्यान में रखकर आवश्यक योजनाएँ बनाई हैं।

निष्कर्ष

ट्रंप द्वारा दी गई सख्त चेतावनी और C-17 विमान की अमृतसर में लैंडिंग परस्पर जुड़े हुए हैं। यह सरकार की कोशिश है कि प्रवासियों को बिना किसी समस्या के घर लौटने में मदद मिल सके। आने वाले दिनों में प्रवासी समुदाय के लिए यह विशेष कदम उनके बेहतर भविष्य की ओर एक सकारात्मक दिशा में बढ़ने का संकेत है।

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