देहरादून में स्वयंसेवी रक्तदान शिविर: 216 यूनिट रक्त संग्रहित
The post देहरादून में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में 216 यूनिट रक्त संग्रह appeared first on Avikal Uttarakhand. समाज निर्माण योजनाओं से नहीं, बल्कि स्वयंसेवी प्रयासों से होता है-तिवारी अविकल उत्तराखंड देहरादून। ‘विचार एक नई सोच’ सामाजिक संगठन और 17 सहयोगी संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान में मोथरोवाला स्थित… The post देहरादून में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में 216 यूनिट रक्त संग्रह appeared first on Avikal Uttarakhand.

देहरादून में स्वयंसेवी रक्तदान शिविर: 216 यूनिट रक्त संग्रहित
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By Neha Sharma, Anjali Verma, and Priya Desai - Team The Odd Naari
कम शब्दों में कहें तो
देहरादून में आयोजित एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर ने 216 यूनिट रक्त संग्रहित किया, जो समाज की सेवा के प्रति हमारी जिम्मेदारी को रेखांकित करता है। यह आयोजन 'विचार एक नई सोच' संगठन और अन्य सहयोगी संस्थाओं के प्रयासों का परिणाम है।
स्वैच्छिक रक्तदान का महत्व
देहरादून के मोथरोवाला में 'विचार एक नई सोच' सामाजिक संगठन के नेतृत्व में आयोजित इस स्वैच्छिक रक्तदान शिविर ने समुदाय के बीच सहयोग की नई मिसाल पेश की है। अमोलाज रेस्टोरेंट में हुए इस विशेष आयोजन के दौरान कुल 216 यूनिट रक्त संग्रह किया गया। यह न केवल चिकित्सा सहायता का एक महत्वपूर्ण माध्यम है, बल्कि यह समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारियों की पुष्टि भी करता है। रक्तदान एक ऐसा कार्य है, जो निस्वार्थ भाव से किया जाता है और इससे कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।
उच्च पदस्थ व्यक्तियों की उपस्थिति
इस समारोह में उपस्थित मुख्य अतिथि विधायक उमेश शर्मा काउ ने रक्तदान को 'जीवनदान' की संज्ञा दी, और इसके माध्यम से समाज को नई दिशा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। अपर सचिव मुख्यमंत्री, बंशीधर तिवारी ने स्पष्ट किया कि समाज की प्रगति केवल योजनाओं से नहीं, बल्कि स्वयंसेवी प्रयासों से ही संभव है। निदेशक चिकित्सा शिक्षा, डॉ. आशुतोष सयाना ने इसे स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ बताया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि रक्तदान की यह गतिविधि केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिरता के लिए एक आवश्यकता है।
स्वयंसेवकों का योगदान
कार्यक्रम के दौरान सचिव मंडी समिति अजय डबराल सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने भी रक्तदान किया और इस नेक कार्य की सराहना की। उपस्थित सभी लोगों ने रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाते हुए इस मुहिम में उत्साह के साथ भाग लिया।
समाज के प्रत्येक वर्ग की भागीदारी
इस आयोजन में कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों को सम्मानित भी किया गया, जिनमें अर्जुन सिंह बिष्ट, अनिल सती, सुरेश भट्ट, और प्रशांत रावत शामिल थे। योगम्बर पोली और सचिव राकेश बिजलवाण ने कार्यक्रम का संचालन किया और सभी उपस्थित पदाधिकारियों ने इस मुहिम में सक्रिय भागीदारी निभाई।
निष्कर्ष
स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का उद्देश्य केवल रक्त संग्रह करना नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज के प्रति जिम्मेदारी और सेवा भाव को भी दर्शाता है। इस प्रकार के आयोजनों को समर्थन देने की आवश्यकता है ताकि एकजुटता और सहयोग के इस प्रयास को आगे बढ़ाया जा सके। स्वास्थ्य संवाद और स्वयंसेवी प्रयासों के माध्यम से हम समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं।
अंततः, सभी रक्तदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए यह आवश्यक है कि इस तरह के आयोजनों को नियमित रूप से किया जाए। यह न केवल रक्त की कमी को दूर करता है, बल्कि एक स्वस्थ और सशक्त समाज की आधारशिला भी बनाता है।
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