दिल्ली: विवाद निपटाने में अचानक प्रतिक्रिया, युवक को गोली मारने के आरोप में गिरफ्तारी
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के नेहरू विहार इलाके में पुराने विवाद को लेकर एक व्यक्ति पर गोली चलाने के आरोप में 22 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि गोलीबारी की यह घटना चार फरवरी को रात करीब आठ बजे हुई। उसने बताया कि पीड़ित नसीम (36) ने पुलिस से शिकायत की कि जब वह स्कूटर से नेहरू विहार इलाके से गुजर रहा था, तभी मोटरसाइकिल सवार तीन लोगों ने उसका पीछा किया और उनमें से एक ने उस पर गोली चला दी। नसीम के मुताबिक, गोलीबारी के बाद तीनों हमलावर मौके से फरार हो गए। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दयालपुर थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि नसीम पर गोली चलाने वाले युवक की पहचान हारुन सैफी के रूप में हुई है, लेकिन वह बार-बार छापेमारी के बावजूद गिरफ्तारी से बचता रहा, जिसके बाद अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया। अधिकारी के अनुसार, बाद में पुलिस ने हारुन सैफी का पता लगा लिया और उसे गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान सैफी ने अपना अपराध कबूल कर लिया और पुलिस को बताया कि पीड़ित के साथ उसका पुराना विवाद था। अधिकारी के मुताबिक, सैफी पहले भी हत्या के प्रयास, वसूली और शस्त्र अधिनियम के तहत अपराध समेत छह आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।

दिल्ली: विवाद निपटाने में अचानक प्रतिक्रिया, युवक को गोली मारने के आरोप में गिरफ्तारी
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उत्तर-पूर्वी दिल्ली के नेहरू विहार इलाके में एक व्यक्ति पर गोली चलाने के आरोप में एक 22 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी, जिससे क्षेत्र में बढ़ते अपराध की घटनाओं की ओर एक बार फिर ध्यान आकर्षित हुआ है।
घटना का विवरण
पुलिस के अनुसार, गोलीबारी की यह घटना 4 फरवरी की रात करीब आठ बजे हुई। पीड़ित नसीम (36) ने अपने बयान में कहा कि जब वह स्कूटर चला रहा था, तब मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोगों ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया और उनमें से एक ने उस पर गोली चला दी। नसीम के मुताबिक, गोली चलाने के बाद सभी हमलावर मौके से फरार हो गए। यह घटना न सिर्फ एक व्यक्ति के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक भयावह अनुभव बनी।
पुलिस की कार्रवाई
दयालपुर थाने में मामला दर्ज कराने के बाद, पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत जांच शुरू की। सूत्रों के अनुसार, हमलावर की पहचान हारुन सैफी के रूप में हुई है, जो कई बार पुलिस की छापेमारी से बचने में सफल रहा था। बाद में अदालत द्वारा भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद, हारुन का पता पुलिस ने स्थानीय गुप्त सूचना के आधार पर लगाया और उसे गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी और अपराध स्वीकार्यता
हारुन सैफी ने पूछताछ के दौरान अपना अपराध स्वीकार कर लिया और यह बताया कि उनका व्यक्तिगत विवाद नसीम से था। यह घटना बताती है कि व्यक्तिगत रंजिशें इस प्रकार की हिंसा को जन्म देती हैं और हमें समाज में इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
पुनरावृत्ति का खतरा
अधिकारी के अनुसार, हारुन पहले भी हत्या के प्रयास, वसूली और शस्त्र अधिनियमों के तहत छह आपराधिक मामलों में सम्मिलित रहा है। यह निरंतरता समाज में ऐसे तत्वों के सक्रिय होने को दर्शाती है, जो समस्याओं को हल करने के लिए हिंसा का सहारा लेते हैं। स्थानीय निवासियों ने पुलिस से यह अपील की है कि वे ऐसे मामलों में सख्ती से कार्रवाई करें ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।
समाज पर प्रभाव
इस घटना ने समाज में आतंक का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय नागरिकों ने मांग की है कि पुलिस एवं प्रशासन अपराधियों के खिलाफ ठोस कदम उठाए ताकि ऐसी घटनाएँ पुनः न हो। यह घटना एक बार फिर से समाज में आज भीव्यापी अराजकता के विरुद्ध एक सामूहिक प्रतिक्रिया की आवश्यकता का संकेत देती है।
निष्कर्ष
नेहरू विहार में हुई यह गोलीबारी सिर्फ एक व्यक्ति पर हमला नहीं है, बल्कि यह समाज में बढ़ती हिंसा और अपराध की प्रवृत्ति को भी उजागर करती है। पुलिस की कार्रवाई और सामुदायिक समर्थन के माध्यम से ही इस समस्यों को समाप्त किया जा सकता है। सभी नागरिकों को एकजुट होकर ऐसे अपराधों के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।
कम शब्दों में कहें तो, नेहरू विहार में हुई यह घटना समाज में जरूरी जागरूकता और कार्रवाई की आवश्यकता को दर्शाती है। अधिक जानकारी के लिए, कृपया [theoddnaari.com](https://theoddnaari.com) पर जाएं।
सादर,
टीम द ओड नाारी- प्रियंका शर्मा