चीन ने विवादित दक्षिण चीन सागर के लिए सुनामी परामर्श केंद्र शुरू किया
चीन ने रविवार को दक्षिण चीन सागर सुनामी परामर्श केंद्र शुरू किया तथा गहरे समुद्र में मौलिक वैज्ञानिक अनुसंधान, तकनीकी नवाचार और संबंधित उद्योगों के विकास को समर्थन देने के लिए एक गहन समुद्री परीक्षण स्थल भी स्थापित किया। दोनों की शुरुआत आठ जून को मनाए जाने वाले विश्व महासागर दिवस के अवसर पर हुयी। चीन दक्षिण चीन सागर के अधिकांश हिस्से पर अपना दावा करता है। फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान के साथ चीन एक जटिल समुद्री विवाद में फंसा हुआ है और वह व्यस्त क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय व्यापार मार्गों वाले क्षेत्र पर दावे करता रहा है। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, दक्षिण चीन के हैनान प्रांत के सान्या में स्थित सुनामी केंद्र ने अपना परिचालन क्षेत्र के देशों को समुद्री आपदा की पूर्व चेतावनी सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किया है।

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चीन ने विवादित दक्षिण चीन सागर के लिए सुनामी परामर्श केंद्र शुरू किया
चीन ने रविवार को दक्षिण चीन सागर के लिए एक सुनामी परामर्श केंद्र की स्थापना की है, जिसका मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के देशों को समुद्री आपदा से संबंधित पूर्व चेतावनी सेवाएं प्रदान करना है। यह कदम विश्व महासागर दिवस के अवसर पर उठाया गया है, जो हर वर्ष आठ जून को मनाया जाता है।
सुनामी परामर्श केंद्र का महत्व
दक्षिण चीन सागर एक रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जहां चीन, वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान के बीच भू-राजनीतिक विवाद चलते रहते हैं। सान्या, जो दक्षिण चीन के हैनान प्रांत में स्थित है, यहां स्थापित नए केंद्र से उम्मीद जताई जा रही है कि यह क्षेत्र में समुद्री आपदाओं से होने वाली क्षति को कम करेगा। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, इस केंद्र का प्राथमिक उद्देश्य क्षेत्रीय देशों को सुनामी जैसे प्राकृतिक संकट की पूर्व चेतावनी देना है।
समुद्री अनुसंधान और तकनीकी नवाचार
सिर्फ सुनामी परामर्श केंद्र ही नहीं, बल्कि चीन ने एक गहरे समुद्र में मौलिक वैज्ञानिक अनुसंधान, तकनीकी नवाचार और संबंधित उद्योगों के विकास के समर्थन के लिए एक गहन समुद्री परीक्षण स्थल भी स्थापित किया है। यह परीक्षण स्थल अनुसंधानकर्ताओं और वैज्ञानिकों को समुद्र की गहराई में अनुसंधान करने के लिए आदर्श माहौल प्रदान करेगा, जिससे समुद्री जैव विविधता और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए अधित जानकारी प्राप्त की जा सके।
दक्षिण चीन सागर के विवाद
दक्षिण चीन सागर में चीन का दावा क्षेत्रीय तनाव का प्रमुख कारण है। अन्य देशों के साथ जारी विवाद, विशेषकर मछली पकड़ने, तेल और प्राकृतिक गैस के संसाधनों और व्यापार मार्गों के नियंत्रण को लेकर, इसे और जटिल बनाता है। इस नए केंद्र की स्थापना से न केवल आपदा प्रबंधन में मदद मिलेगी, बल्कि यह समुद्री विवादों की स्थिति में भी नई दृष्टि प्रदान कर सकती है।
निष्कर्ष
चीन का नए सुनामी परामर्श केंद्र की स्थापना और गहरे समुद्र के अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करना दर्शाता है कि वह समुद्री सुरक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में अपनी स्थिति को मजबूत करने के प्रति गंभीर है। हालांकि, समुद्री विवादों के संदर्भ में यह कदम किस हद तक प्रभावी रहेगा, यह आने वाले समय में देखा जाएगा।
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लेखक: अनुराधा शर्मा, साक्षी गुप्ता, टीम theoddnaari