कोलकाता में भारी बारिश | दुर्गा पूजा से पहले जलमग्न शहर, यातायात ठप
मंगलवार को कोलकाता और उसके आसपास के इलाकों में रात भर हुई भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। कई जगहों पर घुटनों तक पानी भर गया और यातायात ठप हो गया। दुर्गा पूजा समारोह से कुछ ही दिन पहले, तस्वीरों में शहर के बड़े हिस्से जलमग्न दिखाई दे रहे थे। आधी रात के बाद शुरू हुई बारिश से सड़कें पानी में डूब गईं और शहर भर के कई घरों और आवासीय परिसरों में पानी घुस गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अलीपुर में सुबह 5.30 बजे तक 239 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सुबह 6.30 बजे तक बढ़कर 247.4 मिमी हो गई। IMD बुलेटिन में 22 सितंबर की सुबह 6.30 बजे से 23 सितंबर की सुबह 6.30 बजे तक 24 घंटे की अवधि में 247.5 मिमी बारिश की पुष्टि की गई।बारिश के कारम यातायात ठप पश्चिम बंगाल में कोलकाता और उसके आसपास के इलाकों में रात भर हुई भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कई जगहों पर घुटनों तक पानी भर गया और यातायात ठप हो गया। आधी रात के बाद शुरू हुई बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गईं और कोलकाता में कई घरों एवं आवासीय परिसरों में पानी घुस गया। शहर में और अधिक बारिश होने की आशंका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।इसे भी पढ़ें: जीएसटी कटौती का लाभ जनता को मिल रहा या नहीं, जानने बाजार पहुंचे उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के अनुसार, शहर के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में बारिश की तीव्रता ज्यादा रही। गरिया कामदहारी में कुछ ही घंटों में 332 मिलीमीटर बारिश हुयी, जबकि जोधपुर पार्क में 285 मिमी बारिश दर्ज की गई। कालीघाट में 280 मिमी, तोपसिया में 275 मिमी, बल्लीगंज में 264 मिमी, जबकि उत्तरी कोलकाता के थंटानिया में 195 मिमी बारिश हुयी।इसे भी पढ़ें: Jaishankar-Rubio Meet In NY | 'भारत के साथ संबंध अमेरिका के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण', जयशंकर से मुलाकात के बाद रुबियो का बयान आईएमडी ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के उत्तरपूर्व में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है और इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है, जिससे दक्षिण बंगाल के कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। विभाग ने कहा कि बुधवार तक दक्षिण बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, झारग्राम और बांकुड़ा जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। उसने कहा कि 25 सितंबर के आसपास पूर्व-मध्य और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक और नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।

कोलकाता में भारी बारिश | दुर्गा पूजा से पहले जलमग्न शहर, यातायात ठप
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - The Odd Naari
कम शब्दों में कहें तो, मंगलवार को कोलकाता में रातभर जारी रही बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। दक्षिण बंगाल के विभिन्न हिस्सों में घुटने तक पानी भर गया है और यातायात ठप हो गया है। दुर्गा पूजा समारोह से कुछ दिन पहले, शहर की कई कालोनियों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई।
रात के आधे बाद से शुरू हुई बारिश ने शहर की मुख्य सड़कों और आवासीय परिसरों को पानी में डुबो दिया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अलीपुर में सुबह तक 239 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जो आगे चलकर 247.4 मिमी तक पहुंच गई। IMD के एक बुलेटिन में 22 सितंबर की सुबह 6.30 बजे से 23 सितंबर की सुबह 6.30 बजे तक 247.5 मिमी बारिश की पुष्टि की गई।
बारिश के कारण यातायात ठप
पश्चिम बंगाल के कोलकाता और उसके आसपास भारी बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कोलकाता नगर निगम (केएमसी) ने बताया कि शहर के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में बारिश की तीव्रता ज्यादा देखने को मिली। गरिया कामदहारी में कुछ घंटों में 332 मिमी बारिश हुई, जबकि जोधपुर पार्क में 285 मिमी, कालीघाट में 280 मिमी, तोपसिया में 275 मिमी, बल्लीगंज में 264 मिमी और उत्तरी कोलकाता के थंटानिया में 195 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
आधी रात के बाद शुरू हुई इस बारिश ने सड़कें जलमग्न कर दीं, जिससे कई आवासीय परिसरों में पानी घुस गया। सभी के लिए राहत की बात यह है कि बारिश का यह दौर अब खत्म नहीं हुआ है। मौसम विभाग ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व में बने कम दबाव के कारण दक्षिण बंगाल के ज्यादातर जिलों में और भी भारी बारिश की संभावना है।
अधिक बारिश की चेतावनी
आईएमडी की चेतावनी के अनुसार, बुधवार तक दक्षिण बंगाल के कुछ जिलों जैसे पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, झारग्राम और बांकुड़ा में भारी बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही, 25 सितंबर के आसपास पूर्व-मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र भी बनने का अनुमान है।
प्रशासन की तैयारी
शहर में जलभराव की समस्याओं का समाधान करने के लिए कोलकाता नगर निगम ने कई कदम उठाए हैं। जुड़ने वाले क्षेत्रों में बाढ़ नियंत्रण उपायों के लिए विशेष टीमें तैनात की जा रही हैं। स्थानीय लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे भारी बारिश के समय बाहर निकलने से बचें और सुरक्षित रहें।
अगर आप इस विषय पर और जानकारी पाना चाहते हैं, तो theoddnaari.com पर जरूर जाएं।
इसे भी पढ़ें: जीएसटी कटौती का लाभ जनता को मिल रहा या नहीं, जानने बाजार पहुंचे उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी
व्यवस्था और सुरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखना जरूरी है, खासकर त्योहारों के समय। इस समय में जब दुर्गा पूजा का तीजा आ रहा है, तो प्रशासन पर और भी अधिक जिम्मेदारी है। हम उम्मीद करते हैं कि सभी लोग सुरक्षित रहेंगे और त्योहार का आनंद ले सकेंगे।
सभी लोगों से अनुरोध है कि वे अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें और वातावरण का पूरा ख्याल रखें। बारिश जैसी स्थितियों में सड़कें खतरनाक हो सकती हैं।
धन्यवाद,
टीम द ओड नारी (विभा शर्मा)