ईरान की पलटवार की चेतावनी: अमेरिका के ठिकानों पर हमले की खुली छूट
Iran Warning To America: अमेरिकी हमलों से ईरान बौखला गया है. उसने अमेरिकी को जोरदार पलटवार की चेतावनी दी है. ईरान ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने ईरानी परमाणु स्थलों पर बड़े पैमाने हमला किया है, इससे ईरान की सेना को भी अमेरिकी ठिकानों पर हमला करने की खुली छूट मिल गई है. ईरान ने कहा कि यूएस ने मिसाइलों और 30,000 पाउंड के बंकर बस्टर बमों से तीन स्थलों पर हमला कर एक बहुत बड़ी वर्जित रेखा पार कर दी है. अब ईरान भी पलटवार करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है. The post अमेरिकी ठिकानों पर हमले की ईरान को खुली छूट! तेहरान ने दी बड़ी धमकी, कहा- पलटवार के लिए रहे तैयार यूएस appeared first on Prabhat Khabar.

ईरान की पलटवार की चेतावनी: अमेरिका के ठिकानों पर हमले की खुली छूट
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कम शब्दों में कहें तो, ईरान ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि वह पलटवार के लिए तैयार रहे, क्योंकि पिछले दिनों हुए अमेरिकी हमलों के कारण ईरान ने अमेरिकी ठिकानों पर हमले की खुली छूट पा ली है।
हाल के दिनों में, ईरान और अमेरिका के बीच तनाव में वृद्धि देखने को मिली है। ईरान ने अपने परमाणु स्थलों पर अमेरिकी हमलों के बाद यह चेतावनी दी है। अधिकारियों का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा ईरान के फोर्दो स्थित अंडर ग्राउंड यूरेनियम संवर्धन स्थल पर भारी बमबारी की गई है, जिसने ईरान की सेना को हमला करने का अधिकार दे दिया है।
अमेरिकी हमले का परिणाम
ईरान के जनरल अब्दुलरहीम मौसवी के अनुसार, अमेरिका ने एक "वर्जित रेखा" पार कर दी है। उन्होंने कहा कि इस तरह के हमलों ने ईरान की सेना को अमेरिका के हितों के खिलाफ कार्रवाई करने की स्वतंत्रता दे दी है। अमेरिका ने हाल ही में फोर्दो, नतांज और इस्फहान में तीन प्रमुख परमाणु स्थलों पर बंकर बस्टर बमों से हमला किया था। इसके परिणामस्वरूप तनाव और बढ़ गया है।
ईरान की प्रतिक्रिया
ईरान के राजदूत आमिर सईद इरावानी ने यूएन में अमेरिका को एक कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के बंकर बस्टर बमों का हमला एक गंभीर अपराध है और इससे ईरान ने पलटवार का अधिकार प्राप्त कर लिया है। इरावानी का कहना है कि अमेरिका ने कूटनीति को समाप्त करने का इरादा कर लिया है, जिससे अब ईरान अपनी ताकत का प्रदर्शन करेगा और यह तय करेगा कि पलटवार कितनी बड़ी होगी।
संप्रभुता का उल्लंघन
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी के अनुसार, अमेरिका का हमला देश की संप्रभुता का उल्लंघन है। ईरान ने कहा है कि यह कदम इजराइल के युद्ध में दीर्घकालिक हस्तक्षेप है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब इस संघर्ष को खत्म करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों की कोशिश कर रहा है। यूरोपीय संघ के शीर्ष राजनयिक काजा कल्लास ने कहा है कि हमें इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए अधिक कूटनीतिक समाधान खोजने की आवश्यकता है।
ईरान का परमाणु कार्यक्रम
ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को केवल नागरिक उद्देश्यों के लिए बताया है। उन्होंने 2015 में अमेरिका सहित अन्य देशों के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें ईरान ने यूरेनियम के संवर्धन को सीमित करने के लिए सहमति दी थी। हालांकि, अब स्थिति में बदलाव आ रहा है, और इसे लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है।
अतः इस घटनाक्रम का वैश्विक भू-राजनीति पर बड़ा असर होगा। ईरान का यह आक्रामक रुख केवल क्षेत्रीय सुरक्षा को प्रभावित नहीं करेगा, बल्कि वैश्विक स्थिरता पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। क्या मार्कर यह स्थिति कूटनीतिक समाधान की ओर ले जाएगी, या संघर्ष और बढ़ेगा, यह देखना आवश्यक होगा।
इस पूरी स्थिति पर नज़र बनाए रखना जरूरी है, क्योंकि ईरान के निर्णयों का असर पूरी दुनिया पर पड़ सकता है। अधिक अपडेट के लिए, विजिट करें theoddnaari.com.
सादर,
टीम द ओड नारी, राधिका शर्मा