आपदाग्रस्त बटोली गांव में डीएम की ऐतिहासिक यात्रा: भला किया प्रशासन ने

The post उफनाये गदेरे व पहाड़ी लांघ कर आपदाग्रस्त बटोली गांव पहुंचे डीएम appeared first on Avikal Uttarakhand. डीएम आपदाग्रस्त इलाके के ग्रामीणों से मिले अस्थायी हेलीपेड, मेडिकल टीम और सोलर लाइट की व्यवस्था की अविकल उत्तराखण्ड देहरादून। अतिवृष्टि से आपदाग्रस्त मिसराल पट्टी के अंतिम गांव बटोली का… The post उफनाये गदेरे व पहाड़ी लांघ कर आपदाग्रस्त बटोली गांव पहुंचे डीएम appeared first on Avikal Uttarakhand.

आपदाग्रस्त बटोली गांव में डीएम की ऐतिहासिक यात्रा: भला किया प्रशासन ने
उफनाये गदेरे व पहाड़ी लांघ कर आपदाग्रस्त बटोली गांव पहुंचे डीएम

बटोली गांव में उफनाए गदेरे और पहाड़ी को पार करते हुए पहुंचे डीएम

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - The Odd Naari

देहरादून: हाल ही में बटोली गांव, जो कि मिसराल पट्टी के अंतिम छोर पर स्थित है, में अतिवृष्टि के कारण गंभीर आपदा का सामना करना पड़ा। गांव का संपर्क पूरी तरह से कट गया था जिससे स्थानीय निवासियों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा था। इस संकट की जानकारी के बाद जिलाधिकारी सविन बंसल ने स्वयं गांव का दौरा किया और वहां की स्थिति का आकलन किया।

ग्रामीणों के साथ डीएम की प्रभावशाली मुलाकात

डीएम सविन बंसल ने गांव में पहुंचकर कठिन पगडंडियों को पार किया और वहां के लोगों, खासकर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों से सीधी मुलाकात की। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। "आपको किसी चीज की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, प्रशासन हर पल आपके साथ है," यह कहते हुए उन्होंने स्थानीय लोगों को ढांढस बंधाया। इस प्रकार की सकारात्मकता ने ग्रामीणों में आशा की एक किरण जगाई।

आपातकालीन सहायता की रूपरेखा

डीएम ने गांव में तात्कालिक राहत उपायों के तौर पर एक अस्थायी हेलीपैड बनाने, एक मेडिकल टीम तैनात करने और सोलर लाइटों की व्यवस्था करने की घोषणा की। इसके अलावा, उन्होंने 15 दिनों के भीतर गर्भवती महिलाओं के लिए एएनएम की तैनाती का निर्देश भी दिया।

अतिवृष्टि के कारण गांव को तात्कालिक समर्थन प्रदान करने के लिए प्रशासन ने रात में ही रास्तों की मरम्मत शुरू की। सभी प्रभावित परिवारों को 3.84 लाख रुपये का अग्रिम चेक भी प्रदान किया गया है, ताकि वे सुरक्षित स्थानों पर रह सकें।

भविष्य की योजनाओं का खाका

जिलाधिकारी ने सड़क मरम्मत के लिए वित्तीय सहायता और वैकल्पिक सड़क का सर्वेक्षण कराने के निर्देश दिए। साथ ही, ग्रामीणों की मांग पर कोटी-बटोली सड़क को लोक निर्माण विभाग के तहत लाने की प्रक्रिया भी शुरू करने का आश्वासन दिया।

सामुदायिक सहयोग की आवश्यकता

इस संकट के समय में सामुदायिक सहयोग का महत्व अत्यधिक है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन आपदा के सभी पहलुओं पर प्रभावी कार्रवाई करेगा। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे प्रशासन का सहयोग करें और किसी भी मदद की आवश्यकता होने पर प्रशासन को सूचित करें।

जिलाधिकारी ने सुनिश्चित किया कि बटोली गांव के लोगों को आपदा के समय हर संभव सहायता मिले। उन्होंने कहा, "आपदा की चुनौतियों को हल करना हमारी जिम्मेदारी है और इसके लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे।"

बटोली गांव में इस संकट का समाधान जल्द निकाले जाने की आवश्यकता है ताकि स्थानीय निवासियों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा सकें और उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।

कम शब्दों में कहें तो, बटोली गांव में डीएम का दौरा न केवल राहत कार्यों का संकेत है, बल्कि यह प्रशासन की तत्परता और लोगों के प्रति संवेदनशीलता को भी दर्शाता है।

अधिक अपडेट्स के लिए, कृपया हमारे वेबसाइट पर जाएं: The Odd Naari

सादर,

टीम The Odd Naari

Keywords:

DM visit Batoli village, Uttarakhand disaster, swollen streams crossing, rural aid in Uttarakhand, emergency response in villages, community support in disaster, solar lights for villages