असम में भूकंप का केंद्र बना उदलगुरी, 5.8 तीव्रता के झटके, CM हिमंत बिस्वा सरमा ने दी जानकारी
रविवार को असम के उदलगुरी ज़िले में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 मापी गई। राज्य सरकार के अधिकारियों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि भूकंप शाम 4:41 बजे आया, जिसका केंद्र उदलगुरी में 5 किलोमीटर की गहराई पर था।मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, 'आज असम में 5.6 तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र उदलगुरी के पास था। अभी तक किसी भी बड़े नुकसान या जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। हम स्थिति पर लगातार नज़र रख रहे हैं।' An earthquake of magnitude 5.6 has struck Assam today . The epicentre was near Udalguri. So far , there has been no report of any major damage or loss of life . We are actively monitoring the situation.— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 14, 2025

असम में भूकंप का केंद्र बना उदलगुरी
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कम शब्दों में कहें तो, रविवार को असम के उदलगुरी ज़िले में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता 5.8 थी। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने किसी बड़े नुकसान की जानकारी नहीं दी है।
रविवार की शाम को करीब 4:41 बजे, असम के उदलगुरी ज़िले में एक भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 मापी गई। इस भूकंप का केंद्र 5 किलोमीटर की गहराई पर था। ऐतिहासिक दृष्टिकोण से देखें, तो उत्तर पूर्वी भारत भूकंपीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है, और यहाँ भूकंप आना कोई नई बात नहीं है। हालाँकि, इस बार की घटना ने स्थानीय निवासियों में थोड़ी चिंता पैदा की थी।
भूकंप की जानकारी
राज्य सरकार के अधिकारियों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि भूकंप का केंद्र उदलगुरी के पास था। इस भूकंप के कारण लोगों में अफरा-तफरी मच गई और वे अपने घरों से बाहर निकल आए। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, "आज असम में 5.6 तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र उदलगुरी के पास था। अभी तक किसी भी बड़े नुकसान या जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। हम स्थिति पर लगातार नज़र रख रहे हैं।"
स्थानीय प्रतिक्रिया
भूकंप के बाद, स्थानीय प्रशासन ने तुरंत स्थिति की जांच करने के लिए कदम उठाए। सभी संबंधित विभागों को सक्रिय किया गया, ताकि किसी भी संभावित नुकसान का आकलन किया जा सके। लोग अब भी अपने घरों में सुरक्षित महसूस कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से स्थानीय प्रशासन ने सजग रहने की सलाह दी है।
भूकंप के प्रभाव और सबक
इस भूकंप के झटकों ने यह ध्यान दिलाया कि असम के लोग प्रकृतिक आपदाओं के प्रति कितने सजग हैं। अगर हम पिछले भूकंपों को देखें तो, यहाँ के लोग हर बार बेहतर तरीके से तैयार हो रहे हैं। शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से, लोग भूकंप के प्रति जागरूक होने में सफल हो रहे हैं।
इस घटना ने हमें यह भी सिखाया है कि भूकंप जैसी आपदाओं से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जन जागरूकता को बढ़ाने के लिए समुदाय के सभी सदस्यों की भागीदारी आवश्यक है।
भूकंप के कारण किसी प्रकार का नुकसान ना होने की बात मुख्यमंत्री के लिए सुकून देने वाली रही, लेकिन इन्हीं घटनाओं के माध्यम से हमें अपनी भौगोलिक स्थिति और उसके अनुसार तैयारियों पर ध्यान देना चाहिए।
स्थानीय समाचार एजेंसियों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, किसी भी प्रकार की आपात स्थिति की तैयारी के लिए स्थानीय प्राधिकरण लगातार नियमों का पालन कर रही है। आने वाले समय में, लोगों को भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के लिए और अधिक सतर्क रहना होगा।
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निष्कर्ष
इस भूकंप के झटकों ने असम के लोगों को एक बार फिर याद दिलाया कि प्रकृति को कभी नहीं underestimate करना चाहिए। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की सजगता और सक्रिय परिस्थिति की निगरानी ने लोगों को संतोष दिया है। इस प्रकार की घटनाओं के प्रति बेहतर तैयारी और जागरूकता ही हमें सुरक्षा प्रदान कर सकती है।
— टीम द ओड नारी, प्रियंका शर्मा