भीमताल: हैंड़िया गांव के लोगों ने पंचायत चुनाव बहिष्कार का फैसला लिया वापस, SDM नवाजिश की पहल लाई रंग

भीमताल: पंचायत चुनाव से ठीक पहले भीमताल ब्लॉक के हैंड़िया गांव के ग्रामीणों द्वारा चुनाव बहिष्कार की घोषणा से प्रशासन में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों की मांग थी कि गांव की सिंचाई नहर पर प्रस्तावित चेक डैम का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जाए, जिसके लिए सिंचाई विभाग द्वारा ₹2 करोड़ 12 लाख की स्वीकृति […] Source

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भीमताल: हैंड़िया गांव के लोगों ने पंचायत चुनाव बहिष्कार का फैसला लिया वापस, SDM नवाजिश की पहल लाई रंग

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By Priya Sharma and Anjali Mehta, Team theoddnaari

परिचय

भीमताल ब्लॉक के हैंड़िया गांव के ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव के बहिष्कार का जो फैसला लिया था, उसे वापस लेने का निर्णय लिया है। इस बदलाव की वजह SDM नवाजिश की पहल बताई जा रही है। गांव के लोग सिंचाई नहर पर एक चेक डैम के लिए मांग कर रहे थे, और इसी मुद्दे के चलते यह चुनाव बहिष्कार का फैसला लिया गया था। अब यह देखना है कि इस निर्णय का ग्रामीणों पर क्या असर पड़ता है।

पंचायत चुनाव बहिष्कार का कारण

हैंड़िया गांव के ग्रामीणों का कहना था कि यदि उनकी सिंचाई नहर पर प्रस्तावित चेक डैम का निर्माण तुरंत शुरू नहीं किया गया, तो वे चुनाव बहिष्कार करने पर मजबूर होंगे। इस चेक डैम के निर्माण के लिए सरकारी तंत्र से ₹2 करोड़ 12 लाख की स्वीकृति मिल चुकी थी। इसके बावजूद निर्माण कार्य में देरी ने ग्रामीणों के मन में यह विश्वास खो दिया था कि उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

SDM नवाजिश का हस्तक्षेप

SDM नवाजिश ने मामले को गंभीरता से लिया और ग्रामीणों से संवाद किया। उनकी पहल ने गांव के लोगों को फिर से मतदान में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। नवाजिश ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि उनकी मांग पर उचित कार्रवाई की जाएगी। इस दखल ने स्थानीय प्रशासन की ओर से समस्याओं के समाधान की दिशा में एक सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया।

ग्रामीणों की प्रतिक्रियाएँ

ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं करता तो बहिष्कार का निर्णय दोबारा लेने पर विचार किया जाएगा। इसके अलावा, नवाजिश की पहल को लेकर उनकी सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ भी सुनने को मिली हैं। स्थानीय निवासी मीना देवी ने कहा, “हमें विश्वास है कि अब हमारी आवाज सुनी जाएगी। हम चुनाव में भाग लेकर अपने प्रतिनिधियों का चयन करने जा रहे हैं।”

निष्कर्ष

इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि स्थानीय प्रशासन और गांव के लोगों के बीच संवाद का होना कितना आवश्यक है। अगर SDM नवाजिश की पहल सफल होती है और चेक डैम का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होता है, तो इससे न केवल चुनावी माहौल में सुधार होगा बल्कि गांव की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। आगे चलकर यह भी देखने योग्य होगा कि क्या प्रशासन ग्रामीणों की अन्य मांगों पर भी ध्यान देगा या नहीं।

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