उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने नागालैंड के राज्यपाल ला गणेशन के निधन पर शोक जताया
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नागालैंड के राज्यपाल श्री ला गणेशन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। योगी आदित्यनाथ ने अपने शोक संदेश में “एक्स” पर एक पोस्ट में कहा,“नागालैंड के माननीय राज्यपाल श्री ला. गणेशन जी का निधन अत्यंत दुःखद है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।” योगी आदित्यनाथ ने इसी पोस्ट में कहा, “प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को सद्गति एवं उनके शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।” कोहिमा स्थित राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि नागालैंड के राज्यपाल ला गणेशन का शुक्रवार को चेन्नई के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे।

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने नागालैंड के राज्यपाल ला गणेशन के निधन पर शोक जताया
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - theoddnaari
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नागालैंड के राज्यपाल श्री ला गणेशन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। यह समाचार पूरे देश में शोक का माहौल पैदा कर रहा है, क्योंकि ला गणेशन भारतीय राजनीति में एक सम्मानित व्यक्तित्व थे। उनके अचानक निधन ने दोनों राज्यों में शोक एवं दुःख का माहौल फैला दिया है।
योगी आदित्यनाथ का शोक संदेश
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने शोक संदेश में "एक्स" प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए कहा, "नागालैंड के माननीय राज्यपाल श्री ला गणेशन जी का निधन अत्यंत दुःखद है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।" इस संदेश में योगी जी ने दिवंगत आत्मा के लिए प्रार्थना भी की है।
उन्होंने कहा, "प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को सद्गति एवं उनके शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।" यह प्रार्थना उनके अनुयायियों और प्रशंसकों के बीच एकसाथ खड़े होने की भावना को भी दर्शाती है।
श्री ला गणेशन का योगदान
श्री ला गणेशन की भूमिका केवल नागालैंड के राज्यपाल के रूप में ही नहीं, बल्कि भारतीय राजनीति में उनके योगदान को भी ध्यान में रखना आवश्यक है। उनकी राजनीतिक यात्रा और सामाजिक कार्यों ने न केवल नागालैंड बल्कि पूरे भारत में उनके प्रति सम्मान को बढ़ाया। वह 80 वर्ष के थे और पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार प्रस्तुत किए थे।
कोहिमा स्थित राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि नागालैंड के राज्यपाल ला गणेशन का शुक्रवार को चेन्नई के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। उनके निधन से मिलने वाली प्रतिक्रियाएं दर्शाती हैं कि उनकी कमी को किस तरह से महसूस किया जा रहा है।
नागालैंड की प्रतिक्रिया
Nagaland के अन्य नेताओं और नागरिकों ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया है। कई वरिष्ठ नेताओं ने उनकी उपलब्धियों और उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की है। इस दुखद समय में, सभी की संवेदनाएं उनके परिवार और करीबी लोगों के साथ हैं।
निष्कर्ष
इस दुखद समाचार ने सभी को एकजुट किया है और यह दर्शाता है कि कैसे एक व्यक्ति अपने कार्यों और सामाजिक सेवा के माध्यम से लोगों के दिलों में अपनी जगह बना सकता है। ला गणेशन का योगदान हमेशा याद रखा जाएगा और उनकी कमी भारतीय राजनीति में गहरी छाप छोड़ देगी। हमारी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रियजनों के साथ हैं।
For more updates, visit theoddnaari.com