पत्रकार राजीव की मौत: सड़क दुर्घटना की वजह से हुई, हत्या का कोई संकेत नहीं
The post ‘पत्रकार राजीव की मौत सड़क दुर्घटना में ,हत्या नहीं appeared first on Avikal Uttarakhand. पुलिस जांच में बताया कि कार भागीरथी नदी में गिरी जोशियाड़ा बैराज से बरामद हुआ था शव, पुलिस जांच जारी अविकल उत्तराखण्ड उत्तरकाशी। देहरादून निवासी 36 वर्षीय राजीव प्रताप की… The post ‘पत्रकार राजीव की मौत सड़क दुर्घटना में ,हत्या नहीं appeared first on Avikal Uttarakhand.

पत्रकार राजीव की मौत: सड़क दुर्घटना की वजह से हुई, हत्या का कोई संकेत नहीं
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कम शब्दों में कहें तो, उत्तरकाशी में पत्रकार राजीव प्रताप की मौत सड़क दुर्घटना में हुई है और इसमें हत्या की कोई आशंका नहीं पायी गयी है। पुलिस जांच में यह जानकारी आई है कि राजीव की कार भागीरथी नदी में गिर गई, जिसकी खोजबीन के बाद उसका शव जोशियाड़ा बैराज से मिला।
उत्तरकाशी में राजीव की खोजबीन का घटनाक्रम
उत्तरकाशी के निवासी 36 वर्षीय राजीव प्रताप का गुमशुदगी का मामला एक दुखद सड़क दुर्घटना में बदल गया। राजीव का शव 28 सितंबर को जोशियाड़ा बैराज से बरामद किया गया। इस मामले में राजीव की पत्नी ने हत्या का आरोप लगाया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए थे।
पुलिस की जांच
पुलिस के अनुसार, राजीव 18 सितंबर की रात अपने दोस्त की अल्टो कार (UK 10DX 4391) लेकर उत्तरकाशी से गंगोरी की ओर जा रहा था। सीसीटीवी फुटेज में उसे गंगोरी पुल पार करते देखा गया, लेकिन इसके बाद वह लौटकर नहीं आया। अगले दिन उसकी कार गंगोरी के पास स्यूणा गांव में भागीरथी नदी में दुर्घटनाग्रस्त अवस्था में मिली।
पहले के प्रयासों में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस ने मिलकर लगातार सर्च अभियान चलाया। राजीव के परिजनों की आशंकाओं के चलते गुमशुदगी को अपहरण के रूप में भी दर्ज किया गया, लेकिन शव मिलने के बाद असली कारण स्पष्ट हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पुष्टि की है कि राजीव को आंतरिक चोटें आई थीं, जो सड़क दुर्घटना का नतीजा थीं। शरीर पर किसी प्रकार के मारपीट के चिह्न भी नहीं पाए गए।
रिपोर्ट में उल्लेखनीय बिंदु
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यह जांच अभी भी जारी है, और जो भी तथ्यों का पता चलेगा, उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई की जा सकेगी। इस दुखद घटना ने न केवल राजीव के परिवार को प्रभावित किया है, बल्कि पूरी पत्रकारिता समाज में भी चिंता पैदा की है।
विशेषज्ञों की राय
इस मामले में रोड सुरक्षा को लेकर लोगों में चिंताएँ पैदा हो गई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की आवश्यकता है। दुर्घटनाओं के समय और स्थान का सही आंकलन व संसाधनों की उपलब्धता से सुरक्षा को बढ़ाया जा सकता है।
इस घटना का एक सकारात्मक पहलू यह भी है कि यह हमें याद दिलाता है कि जन जागरूकता और सड़क सुरक्षा कानूनों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हमें एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
राजीव प्रताप की दुखद मौत ने हम सभी को सोचने पर मजबूर किया है। हमें सड़क सुरक्षा के मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके। हर एक जीवन की कीमत है, और इसे सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है।
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सादर,
टीम द ओड नारी, पूजा सेठी