छत्तीसगढ़ समाचार: धुरवा समाज के विकास के लिए 5 स्थानों पर डोम का निर्माण, CM साय ने दी 75 लाख की सहायता

Chhattisgarh News: जगदलपुर में धुरवा समाज के संभाग स्तरीय नुआखाई मिलन समारोह एवं नवनिर्मित सामाजिक भवन ओलेख के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय.  इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय समाज के समग्र विकास के लिए कटिबद्ध है. उन्होंने धुरवा समाज के लिए 5 स्थानों पर डोम निर्माण के लिए 75 लाख रुपए देने की भी घोषणा की है. The post Chhattisgarh News: धुरवा समाज के लिए 5 जगहों पर बनेगा डोम, CM साय ने किया 75 लाख रुपए देने का ऐलान appeared first on Prabhat Khabar.

छत्तीसगढ़ समाचार: धुरवा समाज के विकास के लिए 5 स्थानों पर डोम का निर्माण, CM साय ने दी 75 लाख की सहायता
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कम शब्दों में कहें तो, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने धुरवा समाज के विकास के लिए 75 लाख रुपए की सहायता राशि की घोषणा की है, जिस से 5 स्थानों पर डोम का निर्माण किया जाएगा। इस निर्णय का उद्देश्य जनजातीय समाज का समग्र विकास सुनिश्चित करना है।

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मुख्यमंत्री साय का उद्घाटन समारोह में संबोधन

जगदलपुर में आयोजित धुरवा समाज के संभागीय नुआखाई मिलन समारोह एवं सामाजिक भवन 'ओलेख' के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय समाज के विकास के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, "राज्य के हर जनजातीय समुदाय का उत्तरदायित्व हमारा है और हम उन्हें निरंतर आगे बढ़ाने के लिए समर्पित हैं।"

धुरवा समाज के लिए नई योजनाएं

मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई "धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना" के तहत आदिवासी क्षेत्रों में विकास के लिए 80 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। यह योजना विशेष रूप से आदिवासी बहुल गांवों के विकास में मदद करेगी।

डोम निर्माण का आश्वासन

मुख्यमंत्री साय ने धुरवा समाज के लिए 5 स्थानों पर 15-15 लाख रुपए की लागत से डोम निर्माण के लिए कुल 75 लाख रुपए का आश्वासन दिया। इस संबंध में धुरवा समाज के 36 सरपंचों द्वारा ग्राम पंचायतों के विकास के लिए प्रस्तुत प्रस्तावों को भी स्वीकृति प्रदान करने का आश्वासन दिया गया।

सामाजिक भवनों का महत्व

'ओलेख' सामाजिक भवन के लोकार्पण के दौरान मुख्यमंत्री साय ने बताया कि यह भवन धुरवा समाज के विकास के लिए उपयोगी साबित होगा। यह समाज के सभा-सम्मेलनों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान होगा, जहां समुदाय के लोग एकत्र होकर अपनी परंपरा और संस्कृति को साझा कर सकेंगे।

अटल बिहारी वाजपेयी की याद में सम्मान

मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को भी याद करते हुए कहा कि उन्होंने जनजातीय समुदाय के कल्याण के लिए विशेष मंत्रालय का गठन किया था। उनके द्वारा किए गए प्रयासों की बदौलत छत्तीसगढ़ आज विकास के नए मुकाम पर पहुंचा है।

जनहित की दिशा में सरकारी योजनाएं

मुख्यमंत्री साय ने जनता के कल्याण के लिए सरकारी योजनाओं की प्रगति पर चर्चा करते हुए कहा, "हम सभी पात्र व्यक्तियों को जनहितकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं।" उन्होंने विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि नई योजनाएँ आदिवासी क्षेत्रों को मुख्यधारा में लाने में मदद करेंगी।

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा का अभिवादन

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने भी धुरवा समाज के सदस्यों को शुभकामनाएं दीं और इस समन्वित प्रयास को नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा, "जब हम अपनी परंपराओं को संजोते हैं, तो समाज में एकता और संस्कृति की मजबूती होती है।"

समारोह में विभिन्न अतिथियों की उपस्थिति

इस समारोह में बस्तर संभाग के कई प्रमुख राजनीतिक और सामाजिक नेता उपस्थित रहे, जिनमें चित्रकोट विधायक विनायक गोयल, दंतेवाड़ा विधायक चैतराम आटामी, जगदलपुर के महापौर संजय पांडेय शामिल थे। इस अवसर पर धुरवा समाज के सदस्यों ने पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया।

इस प्रकार, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा उठाए गए कदम और घोषणाएँ धुरवा समाज के लिए भविष्य में मददगार होंगी। इन प्रयासों से न केवल जनजातीय समाज को मजबूती मिलेगी, बल्कि उनकी सांस्कृतिक पहचान भी सुरक्षित रहेगी।

गौरतलब है कि ऐसे ऐतिहासिक समारोह समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और लोगों को एकजुट होने की प्रेरणा देते हैं।

संपर्क: टीम द ऑड नारी