Operation Brahma: म्यांमार में तबाही के बीच भारत का सबसे बड़ा 'ऐलान', बैंकॉक की जमीन पर उतारा दिया अपना C-130
म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप के बाद भारत ने शनिवार को 'ऑपरेशन ब्रह्मा' शुरू किया। म्यांमार में आए भूंकप की वजह से1000 से ज़्यादा लोगों की जान चली गई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर कीं। जायसवाल ने कहा कि ऑपरेशन ब्रह्मा-भारत कल के भीषण भूकंप से प्रभावित म्यांमार के लोगों की सहायता के लिए सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वाले देश के रूप में काम कर रहा है। हमारी 15 टन राहत सामग्री की पहली खेप यांगून पहुँच गई है। इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत ने म्यांमार के लोगों के लिए तत्काल मानवीय सहायता की पहली खेप भेजी है। सी-130 विमान कंबल, तिरपाल, स्वच्छता किट, स्लीपिंग बैग, सोलर लैंप, भोजन के पैकेट और रसोई सेट ले जा रहा है।इसे भी पढ़ें: भूकंप से ढही बड़ी मस्जिद, मारे गए कई नमाजी, भारत ने किया बड़ा ऐलानइस उड़ान के साथ एक खोज और बचाव दल और चिकित्सा दल भी है। हम घटनाक्रम पर नज़र रखना जारी रखेंगे, और अधिक सहायता दी जाएगी। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप पर चिंता व्यक्त करने और हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए भारत की तत्परता के आश्वासन के एक दिन बाद आया है। पीएम मोदी ने एक्स पर कहा था कि म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति से चिंतित हूं। सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना कर रहा हूं। भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। इस बीच, म्यांमार स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि वह म्यांमार प्राधिकारियों के साथ सहायता एवं राहत सामग्री की त्वरित आपूर्ति के लिए समन्वय कर रहा है।इसे भी पढ़ें: Myanmar Earthquake: भूकंप से थाईलैंड में तबाही, भारतीय दूतावास ने जारी किया इमरजेंसी नंबरभूकंप ने पड़ोसी थाईलैंड को भी हिलाकर रख दिया, जिसमें कम से कम दस लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। शुक्रवार दोपहर को भूकंप आया, जिसका केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले से ज़्यादा दूर नहीं था। म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रमुख, सीनियर जनरल मिन आंग हलिंग ने कहा, मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। #OperationBrahma gets underway. First tranche of humanitarian aid from India has reached the Yangon Airport in Myanmar.

Operation Brahma: म्यांमार में तबाही के बीच भारत का सबसे बड़ा 'ऐलान', बैंकॉक की जमीन पर उतारा दिया अपना C-130
The Odd Naari द्वारा लिखित, टीम नेटानागरी
हाल ही में, भारत ने म्यांमार में गहराती स्थिति को देखते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत, भारतीय वायुसेना ने अपने C-130 विमानों को बैंकॉक की धरती पर उतारा है। यह कदम न केवल सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण है, बल्कि क्षेत्र में भारत की रणनीतिक उपस्थिति को भी दर्शाता है।
म्यांमार में संकट के हालात
म्यांमार में जारी राजनीतिक turmoil और अराजकता ने वहां के नागरिकों के लिए जीवन को कठिन बना दिया है। हिंसा, दंगों और मानवाधिकार उल्लंघनों की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय बन गई हैं। ऐसे में, भारत ने म्यांमार में शांति और स्थिरता की दिशा में एक कोष्ठक द्वारा अपना समर्थन देने का निर्णय लिया है।
C-130 का महत्व
C-130 विमान के उपयोग का उद्देश्य विशेष रूप से ताकतवर और बहु-उपयोगी विमान के रूप में किया गया है। इस विमान की खासियत है कि यह कठिन परिस्तिथियों में भी सफलतापूर्वक उड़ान भर सकता है। यह न केवल सामरिक जरूरतों को पूरा करता है, बल्कि आपातकालीन प्रावधानों की आपूर्ति में भी सहायता करता है।
भारत की रणनीति
भारत ने हमेशा साउथ ईस्ट एशिया की सुरक्षा और विकास में अपनी भागीदारी को प्रमुखता दी है। ऑपरेशन ब्रह्मा के जरिए, भारत ने क्षेत्र में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर समर्पण और सहयोग का संदेश भेजा है।
आगे की राह
भारत का यह कदम न केवल रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह म्यांमार के नागरिकों के लिए भी एक उम्मीद की किरण है। भारत ने इस बात पर जोर दिया है कि वह अपने पक्ष में स्थायी शांति और सहयोग का विज्ञान लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
निष्कर्ष
ऑपरेशन ब्रह्मा की शुरुआत से यह स्पष्ट होता है कि भारत ने समस्याओं के समाधान में सक्रियता दिखाई है। बैंकॉक में C-130 का उतरना, भारत की ठानी हुई नीतियों का प्रमाण है। उम्मीद जताई जा रही है कि यह कदम क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने में मददगार साबित होगा।
कम शब्दों में कहें तो, भारत ने म्यांमार के मौजूदा संकट में सहारा देने के लिए ऑपरेशन ब्रह्मा का उद्घाटन किया है। इस पहल से क्षेत्र में सुरक्षा और सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।