राजनाथ सिंह का दशहरा समारोह भुज में, शस्त्र पूजा से होगा जवानों का मनोबल बढ़ाना

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 2 अक्टूबर को भुज सैन्य अड्डे पर भारतीय सेना के जवानों के साथ दशहरा उत्सव मनाने से पहले बुधवार को गुजरात के भुज पहुँचे। दशहरा मनाने के साथ ही, राजनाथ सिंह गुरुवार को भुज सैन्य अड्डे पर शस्त्र पूजा भी करेंगे। रक्षा मंत्री का स्वागत भुज वायु सेना स्टेशन पर थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने किया। दशहरा, जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है, भारत के सबसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक है और यह इस वर्ष 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इसे भी पढ़ें: राजनाथ सिंह बोले- रक्षा विभाग ने सुनिश्चित की सैन्य शक्ति की वित्तीय रीढ़, ऑपरेशन सिंदूर में अहम भूमिकायह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और देश भर में विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है। यह भगवान राम की राक्षस राजा रावण पर विजय का स्मरण करता है, जो अहंकार और बुराई पर सत्य और धर्म की विजय का प्रतीक है। यह त्योहार लोगों को क्रोध, लोभ, अभिमान और ईर्ष्या जैसी आंतरिक बुराइयों पर विजय पाने और सत्य, सदाचार और धर्म के मूल्यों को बनाए रखने के लिए भी प्रेरित करता है।इससे पहले दिन में, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वित्तीय लचीलापन सुनिश्चित करने, संसाधनों का अनुकूलन करने और परिचालन तत्परता बनाए रखने के लिए रक्षा लेखा विभाग (डीएडी) की सराहना की और इसे भारत के सशस्त्र बलों की "मौन लेकिन महत्वपूर्ण" रीढ़ बताया। सिंह ने नई दिल्ली में विभाग के 278वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा, "जहाँ पूरी दुनिया ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ऐतिहासिक और निर्णायक जीत हासिल करने में सशस्त्र बलों की वीरता और साहस को देखा, वहीं डीएडी की मौन लेकिन महत्वपूर्ण भूमिका ने कुशल संसाधन उपयोग, वित्तीय प्रबंधन और युद्ध की तैयारी सुनिश्चित की।"उन्होंने डीएडी को एक ऐसी संस्था बताया जो न केवल वित्तीय विवेक और पारदर्शिता सुनिश्चित करती है, बल्कि सेवाओं को संसाधनों की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करके परिचालन तत्परता को भी मजबूत करती है।#WATCH | Defence Minister Rajnath Singh reaches Bhuj, Gujarat. COAS General Upendra Dwivedi receives him at the Bhuj Air Force Station. Defence Minister Rajnath Singh will celebrate Dussehra with soldiers in Bhuj and will perform the Shastra Puja at the Bhuj Military Base… pic.twitter.com/6G5Cj7UtKs— ANI (@ANI) October 1, 2025

राजनाथ सिंह का दशहरा समारोह भुज में, शस्त्र पूजा से होगा जवानों का मनोबल बढ़ाना
राजनाथ सिंह का दशहरा समारोह भुज में, शस्त्र पूजा से होगा जवानों का मनोबल बढ़ाना

राजनाथ सिंह का दशहरा समारोह भुज में, शस्त्र पूजा से होगा जवानों का मनोबल बढ़ाना

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कम शब्दों में कहें तो, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 2 अक्टूबर को भुज सैन्य अड्डे पर भारतीय सेना के जवानों के साथ दशहरा उत्सव मनाने जा रहे हैं, जहां वह शस्त्र पूजा भी करेंगे।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को गुजरात के भुज में भारतीय सेना के जवानों के साथ दशहरा उत्सव मनाने के लिए पहुंचकर उत्सव की शुरुआत की। उनका स्वागत भुज वायु सेना स्टेशन पर थल सेनाध्यक्ष (COAS) जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने किया। यह जानकारी रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने दी।

दशहरा का महत्व

दशहरा, जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस वर्ष यह त्यौहार 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है और भगवान राम द्वारा राक्षस राजा रावण पर विजय का स्मरण करता है।

दशहरा का पर्व न केवल बाहरी बुराईयों पर जीत का प्रतीक है, बल्कि यह मानव के भीतर छिपी आंतरिक बुराईयों जैसे क्रोध, लोभ, अभिमान और ईर्ष्या पर विजय पाने की प्रेरणा भी देता है। यह लोगों को सत्य, सदाचार और धर्म के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है।

शस्त्र पूजा का आयोजन

दशहरा समारोह के साथ ही, राजनाथ सिंह भुज सैन्य अड्डे पर शस्त्र पूजा भी करेंगे। इसे भारतीय संस्कृति में शस्त्रों की पूजा का महत्वपूर्ण स्थान है, जो दर्शाता है कि किस प्रकार सेना अपने शस्त्रों का सम्मान करती है। यह पूजा न केवल तात्कालिक सैन्य तैयारियों को बढ़ावा देती है, बल्कि यह जवानों के मनोबल को भी उच्च बनाती है।

दक्षिणावर्त स्थिति

छोटे-बड़े सभी राज्यों में दशहरा उत्सव का महत्व है और इसे विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है। इस विशेष दिन पर, राजनाथ सिंह जैसे नेता जवानों के बीच आकर उत्सव मनाते हैं जिससे उनका मनोबल और भी बढ़ता है।

राजनाथ सिंह का संदेश

इससे पहले दिन में, राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में रक्षा लेखा विभाग (DAD) की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा, "यह विभाग भारतीय सशस्त्र बलों की 'मौन लेकिन महत्वपूर्ण' रीढ़ है," जिससे स्पष्ट होता है कि भारतीय सेना कितनी सक्षम और संगठित है।

सिंह ने यह भी कहा कि वित्तीय प्रबंधन और संसाधनों के कुशल उपयोग में DAD की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

राजनाथ सिंह का यह कदम भारत की सैन्य ताकत को प्रकट करता है और यह दर्शाता है कि देश अपने सशस्त्र बलों की शक्ति को संबंधित करने और उन्हें सम्मानित करने में कितना गंभीर है।

इस अवसर पर, राजनाथ सिंह ने सभी जवानों को प्रेरित करने के लिए उनके साहस और समर्पण की सराहना की है। दक्षिण से लेकर उत्तर तक सभी सैनिकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण क्षण होगा।

राजनाथ सिंह का यह आयोजन, न केवल एक पर्व के रूप में, बल्कि एक ऐसा संदेश भी है जो जवानों को प्रेरित करता है कि वे हमेशा अपनी नियुक्ति के प्रति समर्पित रहें।

फिर से याद दिलाते हैं कि यह उत्सव न केवल सैनिकों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सभी नागरिकों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत करता है कि किस प्रकार बुराई पर अच्छाई की विजय होती है।

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Team The Odd Naari