दिल्ली में घूम रहा फर्जी CBI गिरोह! गैंग में महिला भी शामिल, अधिकारी बनकर लगाई करोड़ों की चपत, दो दबौचे गये

फिल्में जहां कई बार लोगों को अच्छी बात सिखाती है वहीं आजकर की बन रही वेब सीरीजें और फिल्में कई लोगों को अपराध के रास्ते पर चलना भी सिखा रही हैं। एक फिल्म में जिस तरह से फर्जी ऑफिसर बनकर करोड़ों का चूना लगाने वाले ठगों का दिखाया गया। अब वैसी ही एक घटना दिल्ली में भी घटी है। पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार में बुधवार को कुछ लोगों ने, जिनमें एक महिला भी शामिल थी, खुद को केंद्रीय जाँच ब्यूरो का अधिकारी बताकर एक व्यापारी के दोस्त और कर्मचारी से 2.3 करोड़ रुपये लूट लिए।इसे भी पढ़ें: ICC Women's World Cup 2025: इंग्लैंड ने किया अपनी 15 सदस्यीय टीम का ऐलान, हीथर नाइट को स्क्वॉड में मिली जगह  उन्होंने दोनों व्यक्तियों का अपहरण भी कर लिया और उन्हें अलग-अलग जगहों पर छोड़ दिया। पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर उनके पास से 1.08 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं। राष्ट्रीय राजधानी के विवेक विहार में एक महिला समेत लुटेरों के एक गिरोह ने कथित तौर पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी बनकर एक व्यापारी के कार्यालय से लगभग 2.3 करोड़ रुपये लूट लिये। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता मनप्रीत गाजियाबाद के इंदिरापुरम निवासी हैं और वित्त, प्रॉपर्टी डीलिंग तथा निर्माण कार्य से जुड़े हैं। पुलिस ने कहा कि मनप्रीत का कहना है कि विवेक विहार स्थित इमारत में लगभग 2.5 करोड़ रुपये की व्यावसायिक कमाई रखी थी। उन्होंने 19 अगस्त को अपने दोस्त रविशंकर से कहा कि वह वहां से 1.10 करोड़ रुपये लेकर उनके आवास आए।इसे भी पढ़ें: Masood Azhar ने FATF को चकमा देने का बनाया प्लान, ऑपरेशन सिंदूर में ध्वस्त ठिकानों को फिर से बना रहा पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) प्रशांत गौतम ने कहा, ‘‘जैसे ही शंकर नकदी से भरा बैग लेकर बाहर निकला, दो कारों में एक महिला समेत चार लोगों ने उसे रोक लिया और खुद को सीबीआई अधिकारी होने का दावा किया। उन्होंने उसके साथ मारपीट की और बैग छीन लिया।’’ अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने कथित तौर पर शंकर को उन्हें संपत्ति के अंदर ले जाने के लिए मजबूर किया, जहां उन्होंने मनप्रीत के कर्मचारी दीपक माहेश्वरी की पिटाई की और वहां रखी शेष नकदी लूट ली। पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया, जिनकी पहचान एनजीओ के सचिव और असम के मूल निवासी पापोरी बरुआ (31) और तुगलकाबाद निवासी दीपक (32) के रूप में हुई।

दिल्ली में घूम रहा फर्जी CBI गिरोह! गैंग में महिला भी शामिल, अधिकारी बनकर लगाई करोड़ों की चपत, दो दबौचे गये
दिल्ली में घूम रहा फर्जी CBI गिरोह! गैंग में महिला भी शामिल, अधिकारी बनकर लगाई करोड़ों की चपत, दो दबौचे गये

दिल्ली में घूम रहा फर्जी CBI गिरोह! गैंग में महिला भी शामिल, अधिकारी बनकर लगाई करोड़ों की चपत, दो दबौचे गये

फिल्में जहां कई बार लोगों को अच्छी बात सिखाती हैं वहीं आजकल की बन रही वेब सीरीजें और फिल्में कई लोगों को अपराध के रास्ते पर चलना भी सिखा रही हैं। एक फिल्म में जिस तरह से फर्जी ऑफिसर बनकर करोड़ों का चूना लगाने वाले ठगों का दिखाया गया। अब वैसी ही एक घटना दिल्ली में भी घटी है।

पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार में बुधवार को कुछ लोगों ने, जिनमें एक महिला भी शामिल थी, खुद को केंद्रीय जाँच ब्यूरो का अधिकारी बताकर एक व्यापारी के दोस्त और कर्मचारी से 2.3 करोड़ रुपये लूट लिए। पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर उनके पास से 1.08 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं।

घटना और इसके पीछे का खेल

राष्ट्रीय राजधानी के विवेक विहार में एक महिला समेत लुटेरों के एक गिरोह ने कथित तौर पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी बनकर एक व्यापारी के कार्यालय से लगभग 2.3 करोड़ रुपये लूट लिये। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता मनप्रीत गाजियाबाद के इंदिरापुरम निवासी हैं और वित्त, प्रॉपर्टी डीलिंग तथा निर्माण कार्य से जुड़े हैं। उन्होंने 19 अगस्त को अपने दोस्त रविशंकर से कहा कि वह वहां से 1.10 करोड़ रुपये लेकर उनके आवास आए।

कैसे किया गया अपहरण और लूट?

पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) प्रशांत गौतम ने कहा, “जैसे ही शंकर नकदी से भरा बैग लेकर बाहर निकला, दो कारों में एक महिला समेत चार लोगों ने उसे रोक लिया और खुद को सीबीआई अधिकारी होने का दावा किया। उन्होंने उसके साथ मारपीट की और बैग छीन लिया।”

आरोपियों ने कथित तौर पर शंकर को उन्हें संपत्ति के अंदर ले जाने के लिए मजबूर किया, जहां उन्होंने मनप्रीत के कर्मचारी दीपक माहेश्वरी की पिटाई की और वहां रखी शेष नकदी लूट ली। पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया, जिनकी पहचान एनजीओ के सचिव और असम के मूल निवासी पापोरी बरुआ (31) और तुगलकाबाद निवासी दीपक (32) के रूप में हुई।

पुलिस की कार्रवाई

दिल्ली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। घटना की गहन जांच चल रही है और जल्द ही बाकी सदस्यों को गिरफ्तार करने की कोशिश की जाएगी। इस वारदात ने उन अपराधियों की मानसिकता को उजागर किया है जो अपनी स्वार्थपूर्ति के लिए विभिन्न तरीकों से आम जनता को ठगने का प्रयास कर रहे हैं।

यह घटना हमें यह सिखाती है कि हमें सतर्क रहना चाहिए और किसी भी स्थिति में किसी भी अनजान व्यक्ति पर विश्वास नहीं करना चाहिए। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए हमें अपने आसपास की गतिविधियों पर नज़र रखनी चाहिए।

निष्कर्ष

इस घटना ने एक बार फिर से राजधानी दिल्ली में अपराध की गंभीरता को उजागर किया है। ऐसे समय में जब फिल्में अपराध को लेकर सतर्कता बढ़ाने का कार्य कर रही हैं, कुछ लोग फिर भी अपराध के रास्ते पर चलने में संकोच नहीं कर रहे। हमें समाज में ऐसे अपराधियों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए ताकि हम सभी एक सुरक्षित और सुरक्षित जीवन जी सकें।

फिल्मों को देखने के साथ-साथ हमें यह समझना चाहिए कि वास्तविक जीवन में अपराध से बचे रहने के लिए हमें अधिक सतर्क रहना होगा।

फिर भी, इस घटना की सुनियोजित योजना और इसके क्रियान्वयन ने सभी को चौंका दिया है। हम सभी को इससे सीखना चाहिए कि हमें सच्चाई और ईमानदारी की राह पर चलना चाहिए।

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लेख द्वारा: प्रिया शर्मा, साक्षी वर्मा, और नीता सिंह, टीम theoddnaari

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